नई दिल्लीः तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों पर हमले किए जा रहे हैं. उन्हें चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है. एक सप्ताह पहले त्रिपुर में मजदूरों के खिलाफ हिंसा शुरू हुई थी. अब चेन्नई में भी हिंसा की आंच पहुंच गई है. मजदूर अपनी सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित हैं. उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से सुरक्षा के लिए गुहार लगाई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई मजदूर अपने घर वापस आना चाहते हैं. उन्होंने वीडियो जारी कर पीएम मोदी और सीएम नीतीश से सुरक्षित वापसी की गुहार लगाई है.
अलग-अलग जिलों में फंसे हैं बिहार के मजदूर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नवादा से तमिलनाडु काम करने गए लोगों ने बताया कि अब तक के हमलों में दो लोगों की मौत हो गई है, जबकि 50 से अधिक लोग घायल हुए हैं. वहीं, एक अन्य मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, तमिलनाडु में हमलों में अब तक 12 मजदूरों की मौत हुई है. राज्य के अलग-अलग जिलों में मजदूर फंसे हुए हैं.
क्यों बिहार के मजदूरों पर हो रहे हैं हमले
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्थानीय लोग हिंदीभाषी मजदूरों से नाराज हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि वे उनके रोजगार छीन रहे हैं. ये मजदूर कम वेतन पर काम कर रहे हैं. इस कारण स्थानीय लोगों पर बिहार व अन्य हिंदीभाषी राज्यों के मजदूरों को तरजीह दी जा रही है.
एक महीने से मजदूरों के खिलाफ हो रहे हमले
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कुछ महीने पहले तमिलनाडु के स्थानीय मजदूरों और बिहार के मजदूरों के बीच एक बैठक हुई थी. इसमें उन्हें चेतावनी दी गई थी कि मजदूरी 800 रुपये प्रतिदिन नहीं, 1200 रुपये प्रतिदिन लेनी है. जो ऐसा नहीं करेगा, उसे अंजाम भुगतना होगा. बिहार के मजदूरों ने इससे सहमति नहीं जताई. यही वजह है कि पिछले एक महीने से उनपर हमल हो रहे हैं.
कई मजदूर वापस बिहार लौटे
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बिहार के मजदूरों पर चाकू-कुल्हाड़ी आदि से हमला किया जा रहा है. इससे उनमें दहशत बनी हुई है. वे डर के कारण काम पर नहीं जा रहे हैं. कई मजदूर वापस बिहार लौट गए हैं, जबकि कई इसकी तैयारी में हैं.
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