गुवाहाटी. भारतीय मिलिट्री की पूर्वी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राणा प्रताप कालिता ने मंगलवार को कहा कि भारत ने चीन से लगी सीमा पर बुनियादी ढांचे के निर्माण में पड़ोसी देश की तुलना में देर से शुरुआत की. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अब इसपर तेजी से काम किया जा रहा है.
उन्होंने यह भी कहा कि एलएसी पर स्थिति सामान्य लेकिन कुछ हद तक अप्रत्याशित है. उन्होंने कहा- उन्होंने (चीन ने) हमसे बहुत पहले बुनियादी ढांचे का निर्माण शुरू कर दिया था. एक राष्ट्र के रूप में हमने बुनियादी ढांचे का निर्माण देर से शुरू किया, लेकिन अब हम इसमें तेजी ला रहे हैं.चीन से लगी सीमा पर बुनियादी ढांचे के निर्माण में जबरदस्त प्रयास किया गया है, चाहे वह लद्दाख हो या सिक्किम या अरुणाचल प्रदेश या उत्तराखंड या हिमाचल.
एलएसी पर निर्माण की चर्चा की
उन्होंने कहा-जीवंत ग्राम कार्यक्रम के तहत, भारत एलएसी के करीब स्थित गांवों में बहुत सारे बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रहा है ताकि शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हों.
साथ ही उन्होंने कहा कि भू-राजनीतिक परिदृश्य में एक बदलाव आ रहा है और सिविल सोसाइटी की भागीदारी के बिना केवल सशस्त्र बल भविष्य में होने वाला कोई युद्ध नहीं जीत सकते. उन्होंने कहा-रूस-यूक्रेन युद्ध जारी है, इजराइल-हमास संघर्ष भी जारी है. हमारे पड़ोस में भी काफी अस्थिरता है. लिहाजा, पूरी भू-राजनीति बदल रही है. एक बदलाव हो रहा है. और इसका प्रभाव न केवल हमारे देश पर बल्कि हमारी सशस्त्र सेनाओं पर भी पड़ता है.
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