नई दिल्लीः पुलिस मुठभेड़ में मारे गए असद अहमद का कफन-दफन प्रयागराज में होना है और उसके मौसा शव लाने के लिए झांसी गए हैं. परिवार के एक वकील ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. उमेश पाल हत्याकांड में वांछित असद अहमद, गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद का बेटा है. झांसी में बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ मुठभेड़ में असद और उसके साथी गुलाम की मौत हो गई थी. यह कथित मुठभेड़ उसी दिन हुई जब अतीक अहमद प्रयागराज की अदालत में था.
अतीक को मिली 5 दिनों की रिमांड
उसे उमेशपाल हत्याकांड के सिलसिले में ही मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया था. अदालत ने उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. वहीं, अदालत ने पुलिस के अनुरोध पर उसे अतीक को पांच दिनों तक हिरासत में रखकर पूछताछ करने की अनुमति भी दी है.
मौसा शव लेने पहुंचे
अतीक अहमद के वकील मनीष खन्ना ने बताया कि असद का शव लेने उनके मौसा डॉक्टर अहमद (70) झांसी गए हैं. शाम तक शव को प्रयागराज लाए जाने की संभावना है. असद को धूमनगंज थाने के कसारी मसारी कब्रिस्तान में दफनाए जाने की तैयारी की गई है. अतीक के माता-पिता की कब्र भी इसी कब्रिस्तान में है.
तीसरे नंबर का बेटा था असद
असद, माफिया अतीक अहमद के पांच बेटों में तीसरे नंबर का था और उमेश पाल हत्याकांड के बाद से फरार था. अतीक के अन्य बेटों में सबसे बड़ा बेटा उमर लखनऊ जेल में निरुद्ध है, जबकि दूसरा बेटा अली नैनी सेंट्रल जेल में निरुद्ध है. वहीं चौथे नंबर का बेटा अहजान और सबसे छोटा बेटा अबान, प्रयागराज के बाल सुधार गृह में हैं. अतीक अहमद फिलहाल 2006 के उमेशपाल अपहरण मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा है. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए असद के कफन-दफन के दौरान बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा.
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