पटना. बिहार में नीतीश सरकार का अल्कोहल बैन अक्सर चर्चा में रहता है. इसके पीछे राज्य में जहरीली शराब से होने वाली मौतों का सिलसिला भी है. अब राज्य में सीतामढ़ी और गोपालगंज में कथित रूप से जहरीली शराब पीने से हुई लोगों की मौत के बाद सियासत शुरू हो गई है.इस मुद्दे पर चुनावी रणनीतिकार और जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने मंगलवार को कहा कि सीएम नीतीश कुमार को इस बात का अहंकार हो गया है कि हम यहां से हट ही नहीं सकते.
कहा- अगर वोट देती है जनता गुनहगार
प्रशांत ने नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा-शराब से लोगों के घर उजड़ रहे हैं और सीएम कहते हैं कि जो पिएगा वो मरेगा. ऐसे आदमी को बिहार के लोग अगर वोट देते हैं, तो गलती नीतीश कुमार की नहीं है, बिहार की जनता की है.नेता तो अपनी कुर्सी के लिए वोट मांग रहा है, जनता की क्या मजबूरी है? बिहार धरती में मात्र ऐसा राज्य है, जहां 10 लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हो जाए और राज्य का मुखिया नीतीश कुमार इतना अहंकारी है कि देखने तक नहीं गए.
नीतीश सरकार पर लगातार निशाना साध रहे हैं प्रशांत
दरअसल अपने जनसुराज अभियान के दौरान प्रशांत किशोर बिहार के हर हिस्से में घूम रहे हैं, इस बीच वो लगातार बिहार सरकार पर निशाना साधते रहते हैं. हाल में एक मीडिया हाउस को दिए इंटरव्यू के दौरान प्रशांत किशोर ने कहा था कि वह 2025 के विधानसभा चुनाव तक जरूर जनसुराज की राजनीतिक भागीदारी के बारे में सोच सकते हैं.
तेजस्वी पर किया था तंज- बताएं जीडीपी की डिफिनिशन
कुछ दिन पहले भी प्रशांत ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा थी अगर तेजस्वी यादव जीडीपी की डिफिनिशन बता दें तो मैं उनका झंडा ले लूंगा.तेजस्वी यादव की पहचान क्या है, वो नौंवी फेल आदमी हैं. बिना कागज देखे हुए तेजस्वी अगर जीडीपी की परिभाषा बता दें तो हम ये काम छोड़कर तेजस्वी यादव का झंडा ले लेंगे.
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