Neet UG 2024: जब सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद कैंसल हुआ था मेडिकल एंट्रेस एग्जाम, अब फिर रद्द होगी नीट परीक्षा?

Neet UG 2024: नीट-यूजी परीक्षा में कथित धांधली के मुद्दे ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. विपक्ष हमलावर है. सरकार की ओर से जांच की बात की जा रही है. ग्रेस मार्क्स रद्द किए जा चुके हैं लेकिन छात्र परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं. क्या नीट-यूजी रद्द होगी? क्या पहले भी ऐसा हुआ है? जानिए यहांः

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jun 21, 2024, 01:45 PM IST
  • नीट मामले को लेकर हमलावर है विपक्ष
  • क्या नीट-यूजी 2024 परीक्षा रद्द होगी?
Neet UG 2024: जब सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद कैंसल हुआ था मेडिकल एंट्रेस एग्जाम, अब फिर रद्द होगी नीट परीक्षा?

नई दिल्लीः Neet UG 2024: राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET-UG) को लेकर देशभर में हंगामा हो रहा है. मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच चुका है. ग्रेस मार्क्स को पहले ही रद्द किया जा चुका है और जिन छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए गए थे, उन्हें दोबारा परीक्षा देनी होगी. वहीं सुप्रीम कोर्ट सख्ती के साथ कह चुका है कि अगर किसी ने 0.001 फीसदी भी लापरवाही की है तो उससे निपटा जाना चाहिए.

नीट मामले को लेकर हमलावर है विपक्ष

वहीं विपक्ष भी नीट मामले को लेकर पूरी तरह हमलावर है. कांग्रेस ने नीट में धांधली को लेकर शुक्रवार को पूरे उत्तर प्रदेश में प्रदर्शन किया. वहीं बिहार में नीट पेपर लीक मामले में पुलिस ने गिरफ्तारियां की हैं. आर्थिक अपराध इकाई मामले की जांच कर रही है. बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने गुरुवार को बड़ा दावा किया था कि पेपर लीक के मास्टरमाइंड सिकंदर के लिए आरजेडी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के पीएस प्रीतम ने कमरा बुक करवाया था. बताया जा रहा है कि प्रीतम कुमार से ईओयू पूछताछ करेगी.

क्या नीट-यूजी परीक्षा रद्द होगी?

इससे पहले गुरुवार को शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने नीट-यूजी को रद्द करने के सवाल के जवाब में कहा था, 'हम बिहार सरकार के साथ लगातार संपर्क में हैं और पटना पुलिस जल्द ही हमें एक विस्तृत रिपोर्ट भेजेगी. शुरुआती जानकारी के अनुसार, त्रुटियां कुछ क्षेत्रों तक ही सीमित हैं. सरकार को मेधावी छात्रों के हितों को भी ध्यान में रखना होगा.'

2015 में रद्द हुई थी AIPMT परीक्षा

बता दें कि इससे पहले 2015 में भी ऐसी ही स्थितियां पैदा हुई थी. तब सुप्रीम कोर्ट ने हस्तक्षेप करके तत्कालीन मेडिकल एंट्रेस एग्जाम को रद्द कर दिया था. तब ऑल इंडिया प्री-मेडिकल टेस्ट (AIPMT) नाम से मेडिकल प्रवेश परीक्षा होती थी. 3 मई 2015 को हुई AIPMT को 15 जून को सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया था और सीबीएसई को दोबारा परीक्षा आयोजित करने और रिजल्ट जारी करने के लिए चार सप्ताह का समय दिया था.

दरअसल तब दावे किए गए थे कि प्रश्न पत्र और आंसर की 10 राज्यों में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के जरिए लीक हो गए थे. तब सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि एक भी फर्जी डॉक्टर बनता है तो पूरी परीक्षा रद्द होनी चाहिए.

ee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.  

ट्रेंडिंग न्यूज़