NEET पेपर लीक मामला: बिहार में CBI टीम पर हमला, रांची में शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका

नीट पेपर लीक मामले की जांच में अब तक बिहार, गुजरात, महाराष्ट्र, झारखंड और उत्तर प्रदेश जैसे पांच राज्यों का कनेक्शन सामने आया है. कांग्रेस ने रांची में रविवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का पुतला दहन किया. रांची में कांग्रेस नेताओं ने शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का पुतला दहन कर परीक्षा को रद्द करने और उनके इस्तीफे की मांग की.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jun 23, 2024, 09:23 PM IST
  • बिहार में सीबीआई की टीम पर हमला.
  • पेपर लीक मामले में जारी है कार्रवाई.
NEET पेपर लीक मामला: बिहार में CBI टीम पर हमला, रांची में शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका

नवादा. नीट पेपर लीक मामले में दिल्ली से बिहार के नवादा पहुंची सीबीआई की टीम पर हमले की खबर सामने आई है. रजौली के कसियाडीह गांव के लोगों ने सीबीआई को नकली समझकर मारपीट शुरू कर दी और गाड़ियों में जमकर तोड़फोड़ की.  सीबीआई की जांच टीम में स्थानीय पुलिस की महिला कॉन्स्टेबल समेत सीबीआई के चार अधिकारी शामिल थे. अधिकारियों के साथ मारपीट की सूचना रजौली पुलिस को दी गई. घटना की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर राजेश कुमार पुलिसकर्मियों के साथ कसियाडीह गांव पहुंचे. उन्होंने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत कराया.

बता दें नीट पेपर लीक मामले की जांच में अब तक बिहार, गुजरात, महाराष्ट्र, झारखंड और उत्तर प्रदेश जैसे पांच राज्यों का कनेक्शन सामने आया है. इस मामले में बिहार की आर्थिक अपराध शाखा की ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है. केंद्र सरकार ने एनटीए के महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह को पद से हटा दिया है. शिक्षा मंत्रालय ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है. साथ ही परीक्षा में सुधार के लिए इसरो के पूर्व प्रमुख के. राधाकृष्णन की अध्यक्षता में सात सदस्यीय समिति का गठन भी किया है.

813 स्टूडेंट्स ने दी नीट-यूजी की दोबारा परीक्षा
इस बीच नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने रविवार को 1,563 छात्रों के लिए नीट-यूजी का फिर से आयोजन किया. ये वे छात्र हैं, जिन्हें अलग-अलग केंद्रों पर समय की बर्बादी की वजह से ग्रेस मा‌र्क्स प्रदान किए गए थे. जिन 1,563 छात्रों के लिए नीट-यूजी का फिर से आयोजन हुआ, उनमें से केवल 813 छात्र ही दोबारा परीक्षा के लिए उपस्थित हुए. जबकि, 750 छात्रों ने दोबारा परीक्षा नहीं देने का विकल्प चुना. इन छात्रों को ग्रेस मार्क्स छोड़ने या फिर दोबारा परीक्षा देने का विकल्प दिया गया था.

सीबीआई की एफआईआर
सीबीआई ने पांच मई को आयोजित मेडिकल प्रवेश परीक्षा (नीट-यूजी) में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से जारी एक संदर्भ के आधार पर रविवार को एक प्राथमिकी दर्ज की. पेपर लीक के दावों की जांच के लिए छात्रों द्वारा देशव्यापी विरोध प्रदर्शन और अदालतों में याचिकाएं दायर किये जाने के बीच यह कदम उठाया गया है. मामले को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए सीबीआई ने विशेष दल गठित किये जो गोधरा और पटना रवाना हो गए. 

एमआईए ने किया स्वागत
इस बीच भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) ने 'नीट-यूजी' में कथित अनियमितताओं की जांच सीबीआई को सौंपने के सरकार के फैसले का रविवार को स्वागत किया. आईएमए ने परीक्षा से संबंधित विवादों से जुड़ी चिंताओं पर त्वरित प्रतिक्रिया देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अन्य प्रमुख मंत्रियों के प्रति आभार व्यक्त किया. आईएमए ने एक बयान में कहा-हम राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) में 'अनियमितताओं' की गहन जांच के लिए मामले को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपने के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के प्रति आभार व्यक्त करते हैं.

शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका
कांग्रेस ने रांची में रविवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का पुतला दहन किया. रांची में कांग्रेस नेताओं ने शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का पुतला दहन कर परीक्षा को रद्द करने और उनके इस्तीफे की मांग की. पुतला दहन कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर भी मौजूद रहे. पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि नीट में हुई धांधली को लेकर देश भर में छात्रों के बीच आक्रोश है.

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