नई दिल्ली. देशभर के नवोदय विद्यालयों में छात्रों की बढ़ती आत्महत्याओं ने अब इस संस्थान के लाखों पूर्व छात्रों को भी चिंता में डाल दिया हैं. नवोदय विद्यालय में अध्ययनरत स्टूडेंट के समक्ष आ रही नई चुनौतियों, नवोदय विद्यालयों में बढ़ते भष्ट्राचार, आरोपी शिक्षकों की फिल्ड में नियुक्ति सहित कई मुद्दो पर चर्चा करने के लिए 2 अक्टूबर को देशभर से हजारो पूर्व छात्र दिल्ली के नजफगढ में जुटेंगे. यूनाइटेड दिल्ली एलुमनी एसोसिएशन ऑफ नवोदयन्स उड़ान के बैनर तले होने जा रहे इस सम्मेलन में पूर्व छात्रों के लिए मेडीकल और कैंसर चैकअप के साथ-साथ ब्लड डोनेशन कैंप आयोजित होगा.
बता दें कि देश में वर्ष 1985-86 में पहले नवोदय विद्यालय की स्थापना हुई थी. वर्तमान में पुरे देश में 638 जिलों में 661 नवोदय विद्यालय हैं, जिनमें करीब 3 लाख से अधिक छात्र अध्ययनरत हैं. 1992 से 2022 तक करीब 13 लाख से अधिक छात्र इन विद्यालयों से अध्ययन कर अलग अलग क्षेत्र में अपना नाम स्थापित कर चुके हैं. देश में किसी भी संस्थान के मुकाबले नवोदय विद्यालय की एलुमनी सबसे बड़ी है. इसमें 13 लाख से अधिक सदस्य हैं.
पिछले कुछ समय में देशभर के नवोदय विद्यालयों हो रही हिंसा की घटनाओं, आत्महत्या के बढते मामलों और भष्ट्राचार के मामलों पर चर्चा के लिए सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. सम्मेलन में नवोदय विद्यालय समिति के अधिकारियों के साथ ही इसमें नवोदय विद्यालयों के वर्तमान स्टॉफ और अध्ययनरत छात्रों को भी आमंत्रित किया गया हैं. इस एलुमनी मीट के लिए आयोजको ने एक फॉर्म भी जारी किया हैं, जिसमें आने वाले सदस्यों को अपनी संपूर्ण डिटेल भरनी होगी.
सम्मेलन को लेकर राज्यवार टीमों का भी गठन किया गया है, जो इस एलुमनी मीट में आने वाले पूर्व छात्रों को कार्यक्रम स्थल तक पहुंचनें में मदद करेंगे. कार्यक्रम के संयोजक सचिन कादयान के अनुसार इस मीट में करीब 2 से 3 हजार पूर्व छात्र शामिल होंगे.
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