नई दिल्लीः Manoj Jarange Maratha Reservation March: मराठा आरक्षण के लिए आंदोलन कर रहे कार्यकर्ता मनोज जरांगे हजारों समर्थकों के साथ शुक्रवार को नवी मुंबई पहुंचे. जरांगे और मराठा आरक्षण की मांग करने वाले अन्य कार्यकर्ता सुबह करीब पांच बजे मोटरसाइकिल, कार, जीप, टेम्पो और ट्रक से मुंबई के बाहरी इलाके में कृषि उपज बाजार समिति (एपीएमसी) पहुंचे.
अपने समर्थकों के साथ भूख हड़ताल पर बैठेंगे जरांगे
पूर्व निर्धारित योजना के अनुसार, जरांगे अपने समर्थकों के साथ शुक्रवार को आजाद मैदान में भूख हड़ताल शुरू करेंगे. प्रदर्शनकारी मराठा समुदाय के लिए कुन्बी (अन्य पिछड़ा वर्ग) दर्जे की मांग कर रहे हैं. मुंबई पुलिस ने उन्हें नोटिस जारी कर शहर में भूख हड़ताल करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है. इसके बावजूद जरांगे ने बृहस्पतिवार को घोषणा की कि वह 26 जनवरी को दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान पहुंचेंगे.
जरांगे ने कहा कि मराठा आंदोलन से गणतंत्र दिवस पर होने वाला कोई भी कार्यक्रम बाधित नहीं होगा. मुंबई में आयोजकों ने घोषणा की कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर आजाद मैदान में झंडा फहराया जाएगा.
जरांगे ने सीएम से मुद्दे को हल करने की अपील की
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मनोज जरांगे ने सीएम एकनाथ शिंदे और उनके विधायकों से इस मुद्दे को हल करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि हम यहां मनोरंजन करने नहीं आए हैं. वह सीएम एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार से अपील करते हैं कि वे इस मुद्दे पर चर्चा के लिए साथ आएं और इसका समाधान करें.
सीएम ने मराठा समुदाय से प्रदर्शन न करने को कहा
उनकी मांग है कि मराठा समुदायों को राज्य सरकार की नौकरियों और शिक्षा में ओबीसी कैटेगरी के तहत आरक्षण प्रदान किया जाए. इससे पहले सीएम एकनाथ शिंदे ने मराठा समुदाय के लोगों से आरक्षण के लिए प्रदर्शन नहीं करने की अपील की है. सरकार आरक्षण की मांग पर सकारात्मक रूप से विचार कर रही है.