नई दिल्ली: बंदरगाह, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री सर्वानंद सोनोवाल (Sarbananda Sonowal) ने सोमवार को कहा कि देश की सबसे लंबी नदी क्रूज सेवा उत्तर प्रदेश के वाराणसी (Varanasi) और असम के बोगीबील (Bogibeel) के बीच अगले साल की शुरुआत में शुरू होगी.
नदी जलमार्गों का कर पाएंगे इस्तेमाल
यह क्रूज सेवा 4,000 किलोमीटर से भी लंबा सफर तय करेगी और गंगा, भारत-बांग्लादेश प्रोटोकॉल मार्ग (आईबीपीआर) एवं ब्रह्मपुत्र नदियों से होकर गुजरेगी. सोनोवाल ने कहा कि इस क्रूज सेवा के शुरू होने से असम के लोग व्यापार एवं पर्यटन से जुड़ी आजीविका के अलावा मालवहन को भी बढ़ावा देने में नदी जलमार्गों का इस्तेमाल कर पाएंगे.
उन्होंने कहा, 'हमारी सरकार अंतर्देशीय नौवहन, नदी क्रूज पर्यटन को बढ़ावा देने और ब्रह्मपुत्र नदी पर समुचित टर्मिनलों के निर्माण की संभावनाओं को भी चिह्नित करने में लगी हुई है.'
सोनोवाल ने परियोजनाओं की शुरुआत की
सोनोवाल ने असम में डिब्रूगढ़ के नजदीक बोगीबील क्षेत्र के विकास के लिए विभिन्न परियोजनाओं की शुरुआत भी की. इस सिलसिले में उन्होंने बोगीबील और गुइजन में जल क्षेत्र में बनने वाले दो घाट (जेट्टी) के निर्माण की आधारशिला भी रखी.
टर्मिनल के रूप में विकसित की जाएंगी नदी
ये दोनों घाटा अत्याधुनिक एवं अद्यतन प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करते हुए नवीनतम नदी टर्मिनल के रूप में विकसित की जाएंगी. इन दोनों घाटों का निर्माण भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण की तरफ से राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या-2 पर किया जाएगा.
ब्रह्मपुत्र नदी से गुजरने वाले जलमार्ग को ही राष्ट्रीय जलमार्ग-2 के रूप में जाना जाता है. इसके अलावा सोनोवाल ने बोगीबील रिवरफ्रंट यात्री घाट का उद्घाटन भी किया.
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