नई दिल्ली: Farmers Demand: दिल्ली के बॉर्डर पर एक बार फिर किसान जमा हो गए हैं. उन्होंने फिलहाल दिल्ली जाने का फैसला स्थगित कर दिया है. किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने किसानों के जत्थे को वापस बुला लिया है. पंढेर ने कहा कि हमारे साथ सरकार दुश्मनों जैसा व्यवहार कर रही है. हम पर आंसू के गोले छोड़े जा रहे हैं. सरकार चाहे तो हमारी तलाशी ले सकती है.
किसानों की क्या बड़ी मांगें?
आइए जानते हैं कि किसानों की प्रमुख मांगें क्या हैं, वे आखिर चाहते क्या हैं?
किसानों की मांग है कि MSP गारंटी को कानून बनाया जाए.
किसानों का कहना है कि स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट पर फसलों की कीमत तय हो.
किसान चाहते हैं कि उनका कर्ज माफ होना चाहिए.
किसान आंदोलन में मारे गए किसानों के परिवार को मुआवजा मिलना चाहिए.
किसान चाहते हैं कि भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 दोबारा लागू हो.
विद्युत संशोधन विधेयक- 2020 को रद्द करना चाहिए.
किसान चाहते हैं कि लखीमपुर खीरी के कांड के दोषियों को सजा मिले.
किसानों पर दागे आंसू गैस के गोले
बता दें कि शुक्रवार को 101 किसानों ने दिल्ली के लिए पैदल मार्च किया. इस दौरान कुछ किसान शंभू बॉर्डर पर हरियाणा की तरफ लगे बैरिकेड्स के पास पहुंच गए. उन्होंने बॉर्डर क्रॉस करना चाहा, इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे.
मंत्री बोले- गारंटी पूरी होगी
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सदन में किसानों के मुद्दे पर कहा- सभापति महोदय, मैं आपके माध्यम से सदन को आश्वस्त करता हूं कि किसानों की सारी उपज MSP पर खरीदी जाएगी. यह मोदी सरकार है, मोदी की गारंटी को पूरा करने की गारंटी है. कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी ने कहा है कि सरकार किसानों के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है. उनके लिए बातचीत के दरवाजे खुले हुए हैं. हालांकि, अभी तक किसानों के साथ संपर्क नहीं हो पाया है.
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