लखनऊ. उत्तर प्रदेश की विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव पर जमकर बरसे. योगी ने कहा अखिलेश पर निशाना साधते हुए कहा-
अब तक की उनकी परिपाटी रही है कि तथ्यों और तर्कों से नहीं, अपनी जबरन बातों को थोपने का प्रयास करते हैं. 2017 से पहले जो लोग चार-चार बार सत्ता के सिंहासन पर विराजमान थे, उन्होंने यूपी के सामने पहचान का संकट खड़ा कर दिया था.
पीडीए के फॉर्मूले पर क्या बोले योगी
सीएम योगी ने अखिलेश के पीडीए के फॉर्मूले पर कहा-अयोध्या में माता शबरी के नाम पर रसोईघर शुरू हो चुका है. माता शबरी के अनुयायी पीडीए के पार्ट हैं या नहीं. निषाद राज के नाम पर रैन बसेरे शुरू हुए हैं, निषादराज के अनुयायी पीडीए का हिस्सा हैं या नहीं. इनका पीडीए यानी परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी है. इसमें और कोई है या नहीं, मगर चच्चू नहीं हैं. एक बार पढ़िए महाभारत. परिवार के तीन सदस्यों के नाम थे, चच्चू का नाम क्यों नहीं था. अगर प्रभु राम को मानते, रामायण से सीखते या महाभारत से ही सीखते तो चच्चू का अपमान नहीं करते.
अयोध्या के बारे में दी जानकारी
उन्होंने कहा- अयोध्या में 31 हजार करोड़ की योजनाएं चल रही हैं। इसमें धर्मपथ, श्रीरामपथ, भक्तिपथ, जन्मभूमि पथ का निर्माण हो चुका है। सिंगल लेन की सड़कें फोर लेन हो गई है. गुप्तार घाट, रामघाट, नया घाट, ये दिव्य स्थल बन चुके हैं. राम की पैड़ी में 2017 से पहले पानी सड़ता था. आज यह हरिद्वार की तरह निर्मल बन चुका है.
उन्होंने कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं जो अवधपुरी में प्रभु के भव्य मंदिर के साक्षी बने हैं. एक दौर था, जब अयोध्या की गलियों में गोलियों की तड़तड़ाहट थी, परिक्रमाएं प्रतिबंधित थीं. रामनामी गमछा ओढ़ने वालों को गिरफ्तार कर लिया जाता था. 1990 से लेकर एक लंबी लड़ाई लड़ी गई. हम आश्वस्त कर सकते हैं कि भव्य-नव्य दिव्य अयोध्या हर भारतवासी को आकर्षित करेगी.
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