भारत को अगले 6 साल में कितनी नौकरियों की है जरूरत, IMF की गीता गोपीनाथ ने बताया

भारत की औसत वृद्धि दर 2010 से शुरू होने वाले दशक से करीब 6.6 फीसदी रही है, लेकिन रोजगार के मोर्चे पर भारत की दर 2 फीसदी से कम रही है. ऐसे में भारत को आने वाले वर्षों में काफी सारी नौकरियां पैदा करनी होंगी. ऐसा कहना है, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की प्रथम उप प्रबंध निदेशक गीता गोपीनाथ का.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Aug 17, 2024, 06:52 PM IST
  • 'बहुत सारी नौकरियां करनी होंगी पैदा'
  • 'निजी निवेश में बढ़ोतरी की जरूरत'
भारत को अगले 6 साल में कितनी नौकरियों की है जरूरत, IMF की गीता गोपीनाथ ने बताया

नई दिल्लीः रोजगार के मामले में भारत पिछड़ा हुआ है, ऐसा कहना है अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की प्रथम उप प्रबंध निदेशक गीता गोपीनाथ का. उन्होंने शनिवार को कहा कि भारत रोजगार सृजन के मामले में जी-20 देशों में पिछड़ा हुआ है. साथ ही उन्होंने बताया कि 2030 तक भारत को कितनी नौकरियों की जरूरत होगी.

14.8 करोड़ अतिरिक्त नौकरियों की जरूरत

उन्होंने कहा कि जनसंख्या वृद्धि को देखते हुए देश को 2030 तक 14.8 करोड़ अतिरिक्त नौकरियां पैदा करने की जरूरत है. उन्होंने दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के हीरक जयंती कार्यक्रम में कहा कि 2010 से शुरू होने वाले दशक में भारत की औसत वृद्धि दर 6.6 प्रतिशत रही, लेकिन रोजगार दर 2 प्रतिशत से कम रही. 

गोपीनाथ ने कहा कि इसलिए भारत की रोजगार दर, अन्य जी-20 देशों की तुलना में काफी कम है. 

'बहुत सारी नौकरियां करनी होंगी पैदा'

उन्होंने कहा, 'यदि आप जनसंख्या वृद्धि के लिहाज से भारत के अनुमानों को देखें तो भारत को अब से लेकर 2030 तक कुल मिलाकर छह करोड़ से 14.8 करोड़ अतिरिक्त नौकरियां पैदा करनी होंगी. हम पहले से ही 2024 में हैं, इसलिए हमें कम समय में बहुत सारी नौकरियां पैदा करनी होंगी.'

'निजी निवेश में बढ़ोतरी की जरूरत'

इसके लिए भूमि सुधार और श्रम संहिताओं को लागू करने सहित बुनियादी सुधारों की जरूरत होगी. उन्होंने कहा कि अधिक नौकरियां पैदा करने के लिए निजी निवेश में वृद्धि की जरूरत है, क्योंकि यह सकल घरेलू उत्पाद में सात प्रतिशत वृद्धि के अनुरूप नहीं है. 

उन्होंने कहा कि सार्वजनिक निवेश अच्छा चल रहा है, लेकिन निजी निवेश में सुधार करना होगा. गोपीनाथ ने यह भी कहा कि भारत को अपनी शिक्षा प्रणाली में सुधार करना चाहिए, ताकि वह अपने कार्यबल का कौशल विकास कर सके.

यह भी पढ़िएः Aadhaar Card Update: आधार कार्ड की छोटी से छोटी जानकारी भी फटाफट हो जाएगी ठीक, बस अपनाएं ये तरीका

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप. 

IMF

ट्रेंडिंग न्यूज़