Haryana: 500 लड़कियों ने प्रोफेसर पर लगाया यौन उत्पीड़न का आरोप, सीएम को लिखा पत्र

हरियाणा के सिरसा में चौधरी देवी लाल यूनिवर्सिटी से सनसनीखेज मामला सामने आ रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लगभग 500 लड़कियों ने एक प्रोफेसर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को पत्र लिखा है. पीड़िताओं ने राज्यपाल और महिला आयोग को भी पत्र लिखकर मामले की शिकायत की है. पत्र में आरोप लगाया गया है कि प्रोफेसर अपने चैंबर में बुलाकर लड़कियों के साथ घिनौनी हरकतें करता है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 8, 2024, 10:05 AM IST
  • शुरुआती जांच के बाद FIR दर्ज करेगी पुलिस
  • प्रोफेसर ने सभी आरोपों को बताया बेबुनियाद
Haryana: 500 लड़कियों ने प्रोफेसर पर लगाया यौन उत्पीड़न का आरोप, सीएम को लिखा पत्र

नई दिल्लीः हरियाणा के सिरसा में चौधरी देवी लाल यूनिवर्सिटी से सनसनीखेज मामला सामने आ रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लगभग 500 लड़कियों ने एक प्रोफेसर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को पत्र लिखा है. पीड़िताओं ने राज्यपाल और महिला आयोग को भी पत्र लिखकर मामले की शिकायत की है. पत्र में आरोप लगाया गया है कि प्रोफेसर अपने चैंबर में बुलाकर लड़कियों के साथ घिनौनी हरकतें करता है.

मामले में एसआईटी का गठन किया गया
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पत्र में लिखा गया है कि लड़कियों के साथ ऐसा कई दिनों से हो रहा है. अब इस मामले में एसआईटी गठित की गई है. वहीं यह मामला सामने आने के बाद इसे लेकर लोगों में भारी नाराजगी है और वे सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.

शुरुआती जांच के बाद FIR दर्ज करेगी पुलिस
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो लड़कियों ने चौथी बार प्रोफेसर के खिलाफ पत्र लिखकर शिकायत की है. इससे पहले यूनिवर्सिटी की आंतरिक शिकायत कमेटी ने दो बार आरोपी प्रोफेसर को क्लीन चिट दी थी. वहीं एएसपी दीप्ति गर्ग ने कहा कि मामले में शुरुआती जांच के बाद एफआईआर दर्ज की जाएगी. पत्र में लगाए गए आरोपों की जांच की जाएगी. जांच में जो भी सामने आएगा, उसके आधार पर एक्शन लिया जाएगा.

प्रोफेसर ने सभी आरोपों को बताया बेबुनियाद
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आरोपी प्रोफेसर ने अपने ऊपर लगाए गए सभी इल्जामों को बेबुनियाद बताया. उन्होंने इसे राजनीतिक दबाव से प्रेरित बताया. उन्होंने कहा कि वह यूनिवर्सिटी से संबंधित कुछ कामों को लेकर सक्रिय रहे हैं इसलिए उन्हें निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वह अपने खिलाफ हर एक जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं.

तीन बार प्रोफेसर को मिल चुकी है क्लीन चिट
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीड़िताओं ने सबसे पहले जून 2023 में यह मामला उठाया था. उन्होंने यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर को पत्र लिखा था. आंतरिक जांच में कोई सबूत नहीं मिले थे. वहीं नवंबर और दिसंबर में राज्यपाल को पत्र लिखे गए थे. तब राज्यपाल के कार्यालय की ओर से मामले में जांच के लिए कहा गया था लेकिन इस बार भी प्रोफेसर को क्लीन चिट मिल गई थी.

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