Rajasthan News: राजस्थान में मिली सोने की पहली खदान, जल्द होगी नीलामी

Rajasthan Gold Mine:राजस्थान खनन विभाग जल्द ही इतिहास रचने वाला है. पहली बार राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के भुकिया-जगपुरा क्षेत्र में सोने की खदान मिली है और जल्द ही खनन विभाग इसकी नीलामी करने वाला है.

Written by - Ansh Raj | Last Updated : Feb 15, 2024, 12:59 PM IST
Rajasthan News: राजस्थान में मिली सोने की पहली खदान, जल्द होगी नीलामी

नई दिल्ली: राजस्थान खनन विभाग जल्द ही इतिहास रचने वाला है. पहली बार राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के भुकिया-जगपुरा क्षेत्र में सोने की खदान मिली है और जल्द ही खनन विभाग इसकी नीलामी करने वाला है. राजस्थान खान विभाग की सचिव आनंदी ने इस मामले में अधिक जानकारी देते हुए बताया कि विभाग ने इन खानों की ई-नीलामी के लिए सभी तैयारियां कर ली हैं और जल्द ही इसके संबंध में भीतर पोर्टल जानकारी उपलब्ध करा दी जाएगी.

ये होगा फायदा...
राजस्थान खान विभाग की सचिव आनंदी ने आगे कहा कि, बांसवाड़ा में घाटोल तहसील के भुकिया-जगपुरा के 14 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में सोने का विशाल भंडार है. इस क्षेत्र में रिसर्च के बाद 113.52 मिलियन टन स्वर्ण अयस्क का प्रारंभिक अनुमान लगाया गया है, इसमें स्वर्ण धातु की मात्रा 222.39 टन आंकी गई है. एक मोटे अनुमान के मुताबिक यहां सोने के अयस्क के खनन के दौरान 1 लाख 74 हजार टन से अधिक तांबा, 9,700 टन से अधिक निकल और 13,500 टन से अधिक कोबाल्ट खनिज प्राप्त होगा.

दोनों ब्लॉकों को राज्य सरकार के राजस्थान राज्य खनिज अन्वेषण ट्रस्ट आरएसएमईटी द्वारा नीलामी के लिए अंतिम रूप दिया जा रहा है. दो सोने की खदानों की ई-नीलामी के लिए आवश्यक औपचारिकताएं पूरी करने के साथ लगभग एक महीने में भारत सरकार के ई-पोर्टल पर नीलामी के लिए नोटिफिकेशन जारी की जाएगी. खान सचिव ने कहा, ''बांसवाड़ा के भुकिया-जगपुरा में राज्य की पहली सोने की खदानों की नीलामी के लिए हम युद्ध स्तर पर तैयारी कर रहे हैं.  

इन सोने की खदानों से सोने के साथ-साथ तांबा, निकल और कोबाल्ट खनिज भी प्रचुर मात्रा में प्राप्त होंगे. इससे इलेक्ट्रॉनिक, पेट्रोलियम, पेट्रोकेमिकल, बैटरी समेत कई उद्योगों में नए निवेश के साथ-साथ प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अभूतपूर्व अवसर पैदा होंगे। तांबा उद्योगों के साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्र में कच्चे माल के रूप में तांबे की उपलब्धता बढ़ेगी, जबकि निकल बैटरी उद्योग, सिक्का ढलाई, इलेक्ट्रॉनिक उद्योग आदि को तेजी प्रदान करेगा.

अधिकारियों ने कहा,"कोबाल्ट का उपयोग एयरबैग, पेट्रोकेमिकल उद्योग आदि में किया जा सकता है और इसके कच्चे माल की आपूर्ति के लिए विदेशों पर निर्भरता कम हो जाएगी. राज्य में तांबा, निकल और कोबाल्ट से संबंधित उद्योगों में नए निवेश से प्रचुर अवसर पैदा होंगे. राजस्व और प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार.

ये भी पढ़ें- Seema Haider: रामलला के दर्शन करने पैदल अयोध्या जाएंगी सीमा हैदर, मुख्यमंत्री योगी से मांगी परमिशन 

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.

ट्रेंडिंग न्यूज़