नई दिल्ली. देश में एक बार फिर से कोरना महामारी का खतरा बढ़ने के आसार नजर आ रहे हैं. भारत के लगभग 10 राज्यों में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट के मिलने की बात सामने आई है. इजराइल के वैज्ञानिक डॉक्टर शाय फ्लीशोन ने यह दावा किया है कि, भारत के 10 राज्यों में कोरोनावायरस का सब-वैरिएंट BA.2.75 मिला है.
क्या रिपोर्ट आई सामने
डॉक्टर शाय फ्लीशोन इजराइल के शीबा मेडिकल सेंटर में मौजूद सेंटर वायरोलॉजी लैब में काम कर रहे हैं. उन्होंने अपनी रिपोर्ट में जिक्र किया है कि, BA.2.75 के 2 जुलाई तक 85 सीक्वेंस अपलोड किए गए हैं. इनमें से भारत के 10 राज्यों में सामने आए हैं. फिलहाल ट्रांसमिशन की कोई भी बाहर नहीं आई है.
डॉक्टर शाय फ्लीशोन के मुताबिक 2 जुलाई तक भारत में कोविड के नए सबटाइप के 69 केस मिले थे. ये केस महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, जम्मू कश्मीर, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और तेलंगाना से सामने आए हैं.
क्या है भारत का रुख
मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार भारतीय चिकित्सा परिषद ICMR का कहना है कि, एक तरफ जहां विदेशी वैज्ञानिक कोविड के नए वैरिएंट को लेकर चिंता में हैं, तो वहीं भारत में पैनिक करना जल्दबाजी हो सकती है. भारतीय चिकित्सा परिषद के मुताबिक कोविड के नए वैरिएंट का मिलना कोई असामान्य घटना नहीं है. वायरस का म्यूटेशन होता ही है, जैसे जैसे वायरस का असर सुस्त होता जाएगा और वैरिएंट सामने आते जाएंगे.
जीनोम सीक्वेंसिंग के डेटा पर नजर रखने वाली साइट नेक्स्टस्ट्रेन के मुताबिक, भारत के अलावा सात और देश हैं जहां नया कोविड वैरिएंट मिला है. शाय फ्लीशोन ने BA.2.75 को सेकेंड जेनरेशन वैरिएंट बताया है. लिखा गया है कि ऐसा पहली बार हुआ है कि सेकेंड जेनरेशन वैरिएंट उन देशों से निकलकर दूसरे देश पहुंचे हैं, जहां वे पाए गए थे.
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