क्या सचमुच जानलेवा नहीं है कोविड-19 वैरिएंट? इस राज्य के स्वास्थ्य मंत्री का दावा- घबराने की जरूरत नहीं

तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम ने दावा किया है कि कोविड-19 वैरिएंट जानलेवा नहीं है, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है. पिछले 24 घंटे में तमिलनाडु में पांच मौतों के साथ 2,099 सक्रिय मामले हैं.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Apr 11, 2023, 10:11 PM IST
  • तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री का दावा
  • 'कोविड-19 वैरिएंट जानलेवा नहीं'
क्या सचमुच जानलेवा नहीं है कोविड-19 वैरिएंट? इस राज्य के स्वास्थ्य मंत्री का दावा- घबराने की जरूरत नहीं

नई दिल्ली: तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम ने मंगलवार को विधानसभा को बताया कि नए कोविड-19 वैरिएंट से घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह जानलेवा नहीं है. और यह भी कहा कि मामलों में मौजूदा उछाल के दौरान किसी भी मरीज को इंटेंसिव केयर यूनिट (आईसीयू) में भर्ती नहीं किया गया है.

'हल्का और कम खतरनाक माना जाता है ये वैरिएंट'
हाल ही में जांचे गए कोविड-19 मरीजों के 95 फीसदी नमूनों में ओमिक्रोन वैरिएंट- बीए2ए और एक्सबीबी और उनकी उप-वंशावली पाई गई. वैरिएंट तेजी से फैलता है लेकिन इसे हल्का और कम खतरनाक माना जाता है. विपक्ष द्वारा लाए गए एक विशेष ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि केवल व्यक्ति प्रभावित हुए हैं और कोई क्लस्टर नहीं हुआ है. उन्होंने यह भी कहा कि प्रसार धीरे-धीरे था और संक्रमण हल्का था.

उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटों में तमिलनाडु में ताजा मामलों की संख्या 386 थी जबकि देश में 5,872 मामले दर्ज किए गए थे. तमिलनाडु में पांच मौतों के साथ 2,099 सक्रिय मामले हैं. मा सुब्रमण्यम ने यह भी कहा कि हालिया वृद्धि के दौरान पांच व्यक्तियों की मौत आकस्मिक थी. लेकिन उन्हें कोविड-19 मृत्यु श्रेणी के तहत शामिल किया गया था ताकि परिवार वित्तीय सहायता का लाभ उठा सकें.

सभी स्वास्थ्य देखभाल केंद्रों में मास्क पहनना अनिवार्य
उन्होंने कहा कि जब दैनिक केस 500 या 1,000 तक पहुंच जाएंगे तब थिएटर, मैरिज हॉल, कमर्शियल कॉम्प्लेक्स और सभा स्थलों सहित सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य होगा. हालांकि, उन्होंने कहा कि राज्य भर के सभी स्वास्थ्य देखभाल केंद्रों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है और वार्ड और थियेटर में मरीजों के साथ बातचीत करने वाले डॉक्टरों, नर्सों, पैरामेडिक्स और मेडिकल और संबद्ध छात्रों को मास्क पहनना अनिवार्य है.

मंत्री ने कहा कि मई 2021 में जब डीएमके सरकार ने सत्ता संभाली थी, तब ऑक्सीजन की उपलब्धता 230 मीट्रिक टन थी और अब इसे बढ़ाकर 2,067 टन कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि जिला कलक्टर ऑक्सीजन, दवाइयां, बिस्तर और वाहनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सभी जिलों में मॉक कोविड ड्रिल करा रहे हैं.
(इनपुट- आईएएनएस)

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