अतीक की आखिरी वसूली, जानें किससे मांगे थे 5 करोड़ रुपये

अतीक अहमद और उसके छोटे भाई अशरफ की प्रयागराज में पुलिस कस्टडी में तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी. इसके बाद अतीक के सारे काले-कारनामों के चिट्ठे खुलने लगे हैं. इसी बीच पुलिस के हाथ अतीक का अंतिम वसूली का सबूत लगा है. बताया जा रहा है कि यह अतीक की अंतिम वसूली थी, जिसे उसने साबरमती आश्रम में बंद रहते हुए अंजाम दिया था. 

Written by - Pramit Singh | Last Updated : Apr 18, 2023, 01:40 PM IST
  • उमेशपाल हत्याकांड में पैसों का हुआ इस्तेमाल
  • जारी की जाती थीं दो रंगों की पर्चियां
अतीक की आखिरी वसूली, जानें किससे मांगे थे 5 करोड़ रुपये

नई दिल्लीः अतीक अहमद और उसके छोटे भाई अशरफ की प्रयागराज में पुलिस कस्टडी में तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी. इसके बाद अतीक के सारे काले-कारनामों के चिट्ठे खुलने लगे हैं. इसी बीच पुलिस के हाथ अतीक का अंतिम वसूली का सबूत लगा है. बताया जा रहा है कि यह अतीक की अंतिम वसूली थी, जिसे उसने साबरमती आश्रम में बंद रहते हुए अंजाम दिया था. 

मोहम्मद मुस्लिम ने दिए 80 लाख रुपये
अतीक अहमद ने साबरमती आश्रम में बंद रहते हुए मोबाइल फोन से बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम को धमकी भरा कॉल किया था और 5 करोड़ रुपये की मांग की थी. इसके बाद मोहम्मद मुस्लिम ने अतीक के बेटे असद को 80 लाख रुपये दिए थे. 

उमेशपाल हत्याकांड में पैसों का हुआ इस्तेमाल
वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स का कहना है कि वसूली से आए इन 80 लाख रुपयों का इस्तेमाल उमेश पाल हत्याकांड में हुआ था. साथ ही इस बात का भी खुलासा हुआ है कि अतीक अहमद चुनाव लड़ने के दौरान पैसे वसूलता था और बड़े-बड़े व्यवसायियों, उद्योगपतियों और बिल्डरों को धमकी भरा कॉल या मैसेज करता था. इनमें से कई सारे मैसेज अब काफी तेजी से वायरल भी हो रहे हैं. 

जारी की जाती थीं दो रंगों की पर्चियां
अतीक वसूली किए गए पैसों का इस्तेमाल अपने चुनाव में किया करता था. इसके लिए व्यवसायियों और कारोबारियों को दो तरह की पर्ची जारी की जाती थी. एक गुलाबी रंग की और दूसरी सफेद रंग की. इनमें गुलाबी रंग वाली पर्ची 3 लाख से 5 लाख देने वालों व्यवसायियों और कारोबारियों को दी जाती थी. वहीं, सफेद रंग की पर्ची 5 लाख और उससे ऊपर की वसूली वाले लोगों को भेजा जाता था. 

असद को चुपचाप दे दें पैसे
अतीक ने साबरमती आश्रम में रहते हुए मोहम्मद मुस्लिम को मैसेज किया, मेरे कोई लड़के ना डॉक्टर बनेंगे और ना ही वकील. अब सिर्फ हिसाब होना बाकी है और इंशा अल्लाह बहुत जल्द हिसाब भी शुरू कर दूंगा. मैं आपको आखिरी बार कह रहा हूं, आप मेरे बेटे से ED-ED कर रहे हैं, ED ने अभी तक पैसा तो सीज नहीं किया है. इसलिए आपके लिए बेहतर यही है कि आप मेरे बेटे उमर का जो हिसाब है, उसे असद को दे दीजिए. 

पांच लाख का इनामी था असद 
बता दें कि असद अतीक का तीसरा बेटा था, जो कि 13 अप्रैल को झांसी में यूपी एसटीएफ के हाथों एनकाउंटर में मारा गया था. असद 14 फरवरी को प्रयागराज में हुए उमेशपाल हत्याकांड का मुख्य आरोपी था. यूपी पुलिस लगातार इसकी तलाश में जुटी हुई थी. इसपर 5 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था.

ये भी पढ़ेंः अतीक-अशरफ की हत्या के बाद CM योगी का पहला बयान, अब UP में कोई माफिया धमका नहीं सकता

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.  

ट्रेंडिंग न्यूज़