नई दिल्ली:Puneet Issar: बीआर चोपड़ा की महाभारत आज भी लोगों की पहली पसंद है. पहले के समय में लोग कृष्ण का किरदार निभाने वाले नीतीश भारद्वाज से द्रौपदी बनीं रूपा गांगुली और भीष्म बने मुकेश खन्ना तक हर किसी को एक्टर नहीं बल्कि सच का किरदार समझ लेते थे. जिस कारण एक्टर को भगवान की तरह पूजने लगते थे. कुछ ऐसा ही हुआ दुर्योधन का किरदार निभाने वाले पुनीत इस्सर के साथ. जब लोग उन्हें दुर्योधन समझ बैठे और रियल लाइफ में भी उसे नफरत करने लगे थे...
जब महिलाओं ने द्रौपदी को मेरे पास बैठने से मना किया...
पुनीत ने इस किस्से का खुलासा एक इंटरव्यू किया था कि दुर्योधन के किरदार के बाद सब मुझे रियल लाइफ में भी दुष्ट ही समझते थे. एक्टर ने बताया कि जब हम जयपुर में शूटिंग कर रहे थे तो एक उद्योगपति ने महाभारत की पूरी टीम खाने पर बुलाया. जबहम वहां पहुंचे तो रूपा गांगुली मेरे बगल में बैठी थी. तभी एक महिला आई और रूपा को वहां से ले गई और उनसे कहा कि उन्हें मेरे पास नहीं बैठना चाहिए. जिसके बाद वह वापस आईं और पांडवों के तरफ बैठ गईं.
नहीं परोसा गया खाना...
पुनीत इस्सर ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि महाभारत के समय में एक और मारवाड़ी उद्योगपति ने उन्हें, अर्जुन और द्रौपदी बनीं रूपा गांगुली को खाने पर इनवाइट किया था. लेकिन दावत पर बुलाने के बावजूद उन्होंने मुझे खाना नहीं दिया और पूछने लगा तुमने पांडवों के साथ इथना बुरा क्यों किया?
लोग करते थे नफरत...
पुनीत इस्सर ने इस बात को बार कहा कि लोग उन्हें दुर्योधन समझकर असल जिंदगी में भी नफरत करने लगे थे. एक एक्टर होने के नाते तो ठीक था पर रियल लाइफ में मैंने इसका काफी खामियाजा भुगता है. एक्टर ने बताया था कि एक बार कुछ महिलाएं शूटिंग देखने सेट पर पहुंचीं थी. जब उन्होंने मुझे देखा तो गुस्से में कहने लगी, 'आपको पांडवों को 5 गांव दे देने चाहिए'.
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