Maharashtra Result 2024: महाराष्ट्र में हलचल! दनदनाने लगी फोन की घंटियां, किन्हें मनाने में जुटी पार्टियां?

Maharashtra Chunav Result 2024: महाराष्ट्र में चुनाव के नतीजों से ठीक एक दिन पहले सियासी हलचल तेज हो गई है. कुछ दलों ने सूबे के दिग्गज नेताओं और बागियों को फोन करने शुरू कर दिए हैं. छोटे दलों की भूमिका भी बढ़ सकती है.

Written by - Ronak Bhaira | Last Updated : Nov 22, 2024, 01:06 PM IST
  • महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटें
  • बहुमत के लिए चाहिए 145 सीटें
Maharashtra Result 2024: महाराष्ट्र में हलचल! दनदनाने लगी फोन की घंटियां, किन्हें मनाने में जुटी पार्टियां?

नई दिल्ली: Maharashtra Chunav Result 2024: महाराष्ट्र में नतीजों से पहले और एग्जिट पोल आने के बाद से ही राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. कई नेताओं की फोन की घंटियां बज रही हैं. जिन निर्दलीय उम्मीदवारों को चुनाव के समय को पूछ भी नहीं रहा था, अब उनसे करीब-करीब सभी पार्टियां संपर्क साधने में जुटी हुई हैं. 23 नवंबर यानी कल आने वाले नतीजे जीतने वाले निर्दलीय उम्मीदवारों की महत्ता तय करेंगे.

सूबे में बज रहीं फोन की घंटियां
सूत्रों के मुताबिक, महाविकास अघाड़ी के नेताओं ने निर्दलीय और सूबे के कुछ बड़े नेताओं के फोन की घंटियां बजाई हैं. इन नेताओं को पार्टी के बरसों पुराने रिश्तों का हवाला दिया जा रहा है. MVA के नेता उस स्थिति के लिए खुद को पहले से तैयार कर रहे हैं, जहां सरकार बनाने के लिए कुछेक विधायकों की आवश्यकता हो सकती है. लिहाजा, जिन उम्मीदवारों को टिकट नहीं मिला, जो अब जिताऊ स्थिति में हैं, उन्हें फोन किए जा रहे हैं.

ये दो नेता जगा रहे बागियों की 'अंतरआत्‍मा'
मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसा कहा जा रहा है कि MVA ने दो बड़े नेताओं को नंबर गेम पूरा करने की जिम्मेदारी दी है. ये शरद पवार की पार्टी NCP के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल और कांग्रेस के बालासाहेब थोराट हैं. बागियों को मनाने का काम इन्हें ही सौंपा गया है. बागियों को अंतरआत्मा की आवाज सुनने और पार्टी के हित में फैसला लेने के लिए कहा जा रहा है.

ये पार्टियां भी हो सकती हैं निर्णायक
यदि महाराष्ट्र में त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति पैदा होती है, तो कुछ छोटे दल भी बड़ी भूमिका निभा सकते हैं. वे दल जो महायुति या महाविकास अघाड़ी का हिस्सा नहीं थे, वे सत्ता की चाबी हो सकते हैं. इनमें असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM), राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) और प्रकाश अंबेडकर की वंचित बहुजन आघाड़ी (VBA) प्रमुख पार्टियां हैं.

इतनी हलचल की क्या वजह?
महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटें हैं, बहुमत के लिए किसी भी गठबंधन के पास 145 सीटें होना जरूरी है. ज्यादातर एग्जिट पोल्स में महायुति को बहुमत मिलता दिख रहा है. लेकिन महाविकास अघाड़ी भी कड़ी टक्कर दे रहा है. दैनिक भास्कर और इलेक्टोरल एज के एग्जिट पोल में महाविकास अघाड़ी को महायुति से आगे दिखाया गया है. इतनी कड़ी टक्कर के बीच त्रिशंकु विधानसभा भी हो सकती है, इसलिए सियासी दल अभी से अपनी तैयारियों में जुट गए हैं. महाराष्ट्र में आगे का सियासी खेल काफी रोचक मोड़ ले सकता है.

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