Rohini Acharya: लालू अपनी बेटी रोहिणी आचार्य को क्यों लड़वा सकते हैं लोकसभा चुनाव?

 Rohini Acharya RJD: लालू यादव की बेटी को RJD इस बार के लोकसभा चुनाव में सारण सीट से टिकट दे सकती है. रोहिणी आचार्य ने जमशेदपुर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज से MBBS किया है.  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Mar 18, 2024, 05:26 PM IST
  • रोहिणी ने MBBS किया है
  • लालू की दूसरे नंबर की बेटी
Rohini Acharya: लालू अपनी बेटी रोहिणी आचार्य को क्यों लड़वा सकते हैं लोकसभा चुनाव?

नई दिल्ली: Rohini Acharya RJD: बिहार के पूर्व CM और RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) अपनी बेटी रोहिणी आचार्य को लोकसभा चुनाव लड़वा सकते हैं. ऐसी चर्चा है कि रोहिणी लालू की पुरानी सीट सारण (छपरा) से चुनावी मैदान में उतर सकती हैं. इस सीट से लालू तीन बार सांसद रहे हैं. इस सीट से राबड़ी देवी ने एक बार चुनाव लड़ा था, लेकिन वे हार गई थीं. 

पहले ही मिल चुके थे संकेत
गांधी मैदान की एक रैली के बाद से ही रोहिणी के राजनीति में आने की चर्चा होने लगी थी. लालू यादव रोहिणी को लेकर मंच पर पहुंचे थे. यहां पर उन्होंने अपने किडनी ट्रांसप्लांट का भी जिक्र किया था. साथ ही रोहिणी का भी नाम लिया. उन्होंने रोहिणी से खड़े होकर जनता को प्रणाम करने के लिए कहा था. तब से ही मान लिया गया था कि लालू अपनी बेटी को राजनीतिक रूप से लॉन्च कर रहे हैं. रोहिणी लालू यादव की दूसरे नबंर की बेटी हैं.

रोहिणी को ही क्यों लड़वा रहे चुनाव?

1. रोहिणी आचार्य की राजनीति में दिलचस्पी है. वे अलग-अलग मुद्दों पर अपने राय भी रखती रही हैं. रोहिणी नीतीश कुमार पर काफी हमलावर रही हैं. उन्होंने  नीतीश पर हमला बोलते हुए कहा था कि कुछ लोग अपनी कमियां नहीं देख पाते हैं. लालू की बाकी बेटियां अब राजनीति में खास सक्रिय नहीं हैं. 

2. रोहिणी आचार्य ने जमशेदपुर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज से MBBS किया है. लालू परिवार के बच्चों पर आरोप लगता है कि वे कम पढ़े-लिखे हैं. लेकिन रोहिणी की एजुकेशन काफी अच्छी हुई है. वे जनता में इस परसेप्शन को बदल सकती हैं. 

3. रोहिणी आचार्य ने ही अपने पिता लालू प्रसाद यादव को किडनी डोनेट की थी. लालू का रोहिणी से एक भावनात्मक रिश्ता है. इस दौरान रोहिणी पार्टी कार्यकर्ताओं की नजरों में भी आईं. 

4.  कार्यकर्ताओं में रोहिणी को लेकर क्रेज है. सारण से RJD के MLC सुनील सिंह का कहना है कि कार्यकर्ताओं की मांग है कि रोहिणी यहां से लोकसभा चुनाव लड़ें. इसके लिए उन्होंने सोशल मीडिया पर भी पोस्ट लिखी. 

सारण सीट के समीकरण
गौरतलब है कि बिहार की सारण लोकसभा सीट को पहले छपरा के नाम से जाना जाता था. 2008 में परिसीमन के बाद इस सीट का नाम बदला. लालू यादव इस सीट से 1977, 2004 और 2009 में सांसद रहे हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में यहां से राबड़ी देवी उतरीं, लेकिन वे हार गईं. फिलहाल यहां से भाजपा के राजीव प्रताप रूडी सांसद हैं. 

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