नई दिल्ली: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को देशभर में हर्षोल्लास का माहौल है. और ज्योतिषीय मान्यता है कि इस दिन राशि के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण को प्रसन्न करने के उपाय करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और भगवान का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है. जन्माष्टमी पूजन को लेकर लोगों के मन में कई सारी उलझने रहती हैं. आपको हम बताते हैं कि पूजन के लिए किन-किन सामग्री की आवश्यकता पड़ेगी. जन्माष्टमी पर पूजन की विधि जानिए,.
पूजन की सामग्री
शंख, पंच पात्र, केसर, गंगाजल, चंदन, दूध, दही, घी, शहद, मेवा, खांड, 56 भोग, वस्त्र, सिंगार का समान, मोरमुखुट, धूप, दीपक, कपूर, इलायची, कमल के फूल, माखन, मिश्री और तुलसी
पंचामृत कैसे बनाएं?
एक चांदी के पात्र में दूध लें
दूध के बराबर दही मिलाएं
दूध दही में दूध का दसवां हिस्सा घी मिलाएं
घी से दुगना शहद और अंत में शहद के बराबर देशी खांड मिलाएं
इन सब को चांदी के पात्र में रखकर शंख में डालें और शंख के द्वारा भगवान का अभिषेक करें
भगवान का जन्म वृष लग्न में हुआ था. ऐसे में आपके शहर में जन्म वृष लग्न का वक्त क्या है, वो आपको बताते हैं.
दिल्ली- ११:५० से १: ३० बजे तक
मुंबई- १२:३० से १: ३० बजे तक
जयपुर- ११:५५ से १: ३० बजे तक
मथुरा- ११:५० से १: ३० बजे तक
भोपाल- ११:५५ से १: ३० बजे तक
कलकत्ता- ११:१५ से १: १५ बजे तक
जालन्धर- ११:५५ से १: ३० बजे तक
द्वारका- १२:३५ से १: ३० बजे तक
लखनऊ- ११:४० से १: ३० बजे तक
अहमदाबाद- १२:३० से १: ३० बजे तक
जन्माष्टमी पूजन की विधि
सबसे पहले आचमन करके पवित्र हो, संकल्प करें. भगवान का ध्यान और आवहन करें. पंचामृत को शंख में डाल कर भगवान को स्नान कराएं. शुद्ध जल से स्नान कराएं. वस्त्र और सिंगार का समान मोरमुकुट समर्पित करें.
पुष्प और माला चढाएं. धूप दीप दिखायें और नैवेघ समर्पित करें. विशेष रूप से माखन मिश्री साथ में तुलसी जरूर चढाएं, आरती और पुष्पाजंली करें. अंत में प्रसाद और चरणामृत ग्रहण करें.
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