21 अक्टूबर को नवाज शरीफ लंदन से स्वदेश वापसी कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के रुख के बाद वो शरीफ बंधु कुछ गारंटी चाहते हैं. सवाल यह है कि आखिर वो किस चीज की गारंटी चाह रहे हैं.
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Nawaz Sharif Pakistan Return: पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने अगले साल जनवरी के आखिरी हफ्ते में चुनाव कराए जाने का ऐलान किया है. हालांकि राजनीतिक सरगर्मी पहले से ही तेज हो चुकी है. नवाज शरीफ हालांकि इस समय लंदन में हैं लेकिन वो 21 अक्टूबर को वापस आने वाले हैं. इन सबके बीच यह खबर सामने आ रही है कि दोनों भाई यानी नवाज शरीफ और उनके भाई शहबाज शरीफ पाकिस्तान वापसी से पहले कुछ गारंटी चाहते हैं. डॉन समाचारपत्र की खबर के अनुसार दो दिन पहले लंदन से लाहौर लौटे शहबाज फिर से अपने बड़े भाई नवाज शरीफ से मुलाकात के लिए बृहस्पतिवार को विमान से रवाना होंगे. तीन बार प्रधानमंत्री रह चुके नवाज शरीफ 21 अक्टूबर को पाकिस्तान लौटने और अगले कुछ महीनों में होने वाले आम चुनाव में पीएमएल-एन पार्टी का नेतृत्व करने की उम्मीद है.
क्या है गारंटी के पीछे की वजह
पार्टी के एक अंदरूनी सूत्र के हवाले से ‘डॉन’ ने कहा कि शरीफ बंधु नवाज की वापसी से पहले 'कुछ गारंटी' चाहते हैं. इसमें कहा गया क्या भ्रष्टाचार रोधी निगरानी इकाई राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (NAB) चौधरी शुगर मिल्स मामले में नवाज की संरक्षण जमानत का विरोध करेगी. शरीफ बंधु द्वारा कुछ गारंटी की चाहत इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि 21 अक्टूबर को पाकिस्तान लौटने वाले बड़े भाई (Nawaz Sharif) को उच्चतम न्यायालय के उस ऐतिहासिक फैसले का सामना करना पड़ेगा जिसने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों को बहाल कर दिया है. पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय ने देश के भ्रष्टाचार रोधी कानूनों में हालिया संशोधनों को 15 सितंबर को रद्द कर दिया था और नवाज शरीफ सहित अन्य के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों को बहाल कर दिया था.
शहबाज के ब्रिटेन पहुंचने से पहले नवाज शरीफ की बेटी एवं पार्टी उपाध्यक्ष मरियम नवाज के एक अलग उड़ान से लंदन पहुंचने की उम्मीद है. समाचार पत्र ने पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के हवाले से कहा कि नवाज शरीफ की पाकिस्तान वापसी के संबंध में दोनों भाई - नवाज और शहबाज - एक महत्वपूर्ण बातचीत करेंगे. इसमें कहा गया है कि महत्वपूर्ण चर्चाएं हैं जो आमने सामने बैठक में होनी चाहिए. उक्त खबर में पार्टी के एक नेता के हवाले से कहा गया है. निश्चित तौर पर कुछ जरूरी बात है जिस पर फोन पर चर्चा नहीं की जा सकती.
(एजेंसी इनपुट-भाषा)