Fumio Kishida: 'यही हाल रहा तो जापान एक दिन गायब हो जाएगा', PM के इस बयान पर क्यों खड़ा हुआ विवाद?
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Fumio Kishida: 'यही हाल रहा तो जापान एक दिन गायब हो जाएगा', PM के इस बयान पर क्यों खड़ा हुआ विवाद?

Japan population crisis: 

Fumio Kishida: 'यही हाल रहा तो जापान एक दिन गायब हो जाएगा', PM के इस बयान पर क्यों खड़ा हुआ विवाद?

Japan will disappear one day said Fumio Kishida: जापान का नाम सुनते ही मन में क्या ख्याल आता होगा कि जापानी बड़े मेहनती होते हैं. जो टेक्नोलॉजी के मामले में दशकों तक नंबर 1 रहे हैं. लेकिन इसके इतर अब जापान की पहचान एक बूढ़े देश के तौर पर बन रही है. जहां आबादी तेजी से सिकुड़ रही है. जापान की आबादी का बढ़ना चुनौती नहीं है, बल्कि जापान की जन्मदर में हुई ऐतिहासिक गिरावट चिंता का सबब बनी है. क्योंकि जापान के लोग बच्चे पैदा नहीं करना चाहते. जापान में ये समस्या बहुत गंभीर है.

जापान की घटती आबादी पर चिंता क्यों?

- वर्ष 2022 में जापान में 7,99,728 लाख से भी कम बच्चों ने जन्म लिया.
- 125 वर्षों में ऐसा पहली बार हुआ जब किसी एक साल में इतने कम बच्चों का जन्म हुआ.
- जबकि वर्ष 2022 में 15 लाख 80 हजार लोगों की मौत हुई.
- 1 जनवरी 2023 को जापान की आबादी 12 करोड़ 47 लाख थी, जो एक जनवरी 2022 की आबादी की तुलना में 043% कम है.
- 2065 तक जापान की आबादी घटकर 8 करोड़ 80 लाख होने का अनुमान लगाया जा रहा है यानी, वर्तमान आबादी के मुकाबले जनसंख्या में 30% की कमी.

बूढ़े लोग ज्यादा, युवा हुए कम

हर कोई चाहता है कि उसकी उम्र लंबी हो, यानि वो ज्यादा वर्षों तक जीए. जापान में भी यही हो रहा है, जहां औसत आयु 84 साल है. लेकिन लोगों का ज्यादा जीना ही इस खुबसूरत देश के लिए बड़ा संकट बन गया है. इसे  सरल भाषा में समझे, तो लोगों की उम्र बढ़ रही है वो रिटायर हो रहे हैं और उनकी जगह काम करने वालों की संख्या कम है. 

जापान में 62 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की आबादी एक-चौथाई है, जो 2050 तक बढ़ कर एक-तिहाई होने का अनुमान है. जापान के लिए आबादी संकट आने वाले समय में कितनी बड़ी समस्या होगी इसे इसी से समझा जा सकता हैं कि जापान की आबादी में 65 से अधिक वर्ष के लोगों की संख्या 29 % है. वहीं, शून्य से 14 साल के बच्चों की आबादी सिर्फ 116% है. 

जापानी लोगों के मन में क्या चल रहा है?

पिछले कई वर्षों में यहां लिव-इन रिलेशनशिप का चलन बहुत तेजी से बढ़ा है. लिव-इन में रहने वाले युवा अपनी जिंदगी तो मजे से जी रहे हैं, लेकिन वो मां-बाप नहीं बनना चाहते. यहां लोग बच्चों को 'झंझट' मानने लगे हैं. जापान की युवा लड़कियां शादी करने और बच्चे पैदा करने से दूरी बना रही है. जापान में वर्ष 2020 में 25 से 29 आयु वर्ग की 66% लड़कियों ने शादी नहीं की जबकि 30 से 34 आयु वर्ग की 39% लड़कियों ने शादी से दूरी बना ली. जापान के लिए ये आंकड़ा डराने वाला है. 

'यही हाल रहा तो जापान एक दिन गायब हो जाएगा'

जापान की सरकार जन्मदर को बढ़ावा देने के लिए कई प्रोग्राम चला रही है. शादीशुदा जोड़ों को बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है. सरकार ने चाइल्ड केयर संस्थानों की सेवाओं में विस्तार किया है. वर्क-लाइफ बैलेंस बनाने के लिए योजनाएं चलाई हैं. लेकिन, इसका कोई खास असर नहीं दिख रहा है. हाल ही में जापानी पीएम फुमियो किशिदा को ये कहना पड़ गया था कि अगर यही हाल रहा तो जापान एक दिन गायब हो जाएगा. इस बयान के आने के बाद जापान के सोशल मीडिया पर पीएम के बयान को लेकर कई सवाल खड़े होने के साथ बड़ी बहस शुरू हो गई थी.

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