वैगनर आर्मी को नई जिम्मेदारी! बेलारूस में सैनिकों को युद्ध के लिए दे रही ट्रेनिंग
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वैगनर आर्मी को नई जिम्मेदारी! बेलारूस में सैनिकों को युद्ध के लिए दे रही ट्रेनिंग

मंत्रालय ने एक वीडियो जारी किया जिसमें वैगनर आर्मी को राजधानी मिन्स्क से लगभग 90 किमी (56 मील) दक्षिण-पूर्व में ओसिपोविची शहर के पास एक आर्मी रेंज में बेलारूसी सैनिकों को ट्रेनिंग देते हुए दिखाया गया है.

वैगनर आर्मी को नई जिम्मेदारी! बेलारूस में सैनिकों को युद्ध के लिए दे रही ट्रेनिंग

यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध के बीच बेलारूस के रक्षा मंत्रालय द्वारा दिए गए ताजा बयान ने चिंता बढ़ा दी है. शुक्रवार को मंत्रालय ने कहा कि बेलारूस में रूस की वैगनर आर्मी बेलारूस के सैनिकों को ट्रेनिंग दे रही है. मंत्रालय ने एक वीडियो जारी किया जिसमें वैगनर आर्मी को राजधानी मिन्स्क से लगभग 90 किमी (56 मील) दक्षिण-पूर्व में ओसिपोविची शहर के पास एक आर्मी रेंज में बेलारूसी सैनिकों को ट्रेनिंग देते हुए दिखाया गया है.

बेलारूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा, "वैगनर आर्मी ने जवानों के ट्रेनर्स के रूप में काम किया." बेलारूसी नेता अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने 23-24 जून को वैगनर द्वारा एक संक्षिप्त सशस्त्र विद्रोह को समाप्त करने के लिए एक समझौते में मदद की, जब ग्रुप ने दक्षिणी रूसी शहर रोस्तोव पर नियंत्रण कर लिया था और मॉस्को की ओर मार्च किया था. इस दौरान ग्रुप ने कई सैन्य हेलीकॉप्टरों को मार गिराया था और उनके पायलटों को मार डाला था.

हालांकि, समझौते के तहत इस विद्रोह को शांत कर लिया गया. वैगनर प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन ने अपनी आर्मी को पीछे खींच लिया और रूस द्वारा विद्रोह के आरोप वापस लेने के बदले में बेलारूस जाने पर सहमति व्यक्त की. 24 जून को रोस्तोव छोड़ने के बाद से प्रिगोझिन को सार्वजनिक रूप से नहीं देखा गया है.

इधर, शुक्रवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि उन्होंने प्राइवेट आर्मी ग्रुप ‘वैगनर’ के सैनिकों को एक ही अधिकारी के नेतृत्व में एक इकाई के रूप में काम करना जारी रखने का विकल्प दिया था. उन्होंने कहा कि पिछले महीने समूह ने विद्रोह करने के पांच दिन बाद उनसे मुलाकात की थी और उस दौरान उन्होंने यह विकल्प दिया था.

पुतिन ने बताया कि उन्होंने उनसे यूक्रेन में उनकी कार्रवाई और उनके विद्रोह के बारे में बात की थी और उन्हें भविष्य की सेवा के लिए विभिन्न विकल्पों की पेशकश की थी.  उन्होंने कहा कि वे सभी एक जगह एकत्रित होकर अपनी सेवा दे सकते हैं.

पुतिन ने पहले कहा था कि ‘वैगनर’ सैनिकों को यह तय करना होगा कि वे रूसी रक्षा मंत्रालय के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर करें, पड़ोसी देश बेलारूस चले जाएं या सेवानिवृत्त हो जाएं. उन्होंने बताया कि जब उन्होंने अपना प्रस्ताव रखा था तो ‘‘कई लोगों ने इस संबंध में सहमति जताई थी’’ लेकिन प्रिगोझिन ने इस विचार को खारिज कर दिया था और कहा था कि ‘‘सैनिक इस तरह के फैसले से सहमत नहीं होंगे.’’

रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को कहा था कि वैगनर सैनिक रूसी सेना को अपने हथियार सौंपने में लगे हैं. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने शुक्रवार को पत्रकारों के साथ कॉन्फ्रेंस कॉल में ‘वैगनर’ के भविष्य के बारे में विस्तार से बताने से इनकार कर दिया.

प्रिगोझिन ने विद्रोह को रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु और जनरल स्टॉफ प्रमुख जनरल वालेरी गेरासिमोव को हटाने के लिए ‘‘न्याय का मार्च’’ बताया था, जिन्होंने मांग की थी कि वैगनर एक जुलाई तक रक्षा मंत्रालय के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर करें.

प्रिगोझिन ने अपने और अपने लोगों के लिए माफी और बेलारूस जाने की अनुमति के बदले में विद्रोह को समाप्त करने के वास्ते एक समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद अपने सैनिकों को उनके शिविरों में वापस जाने का आदेश दिया था.

बेलारूसी राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने कहा है कि प्रिगोझिन रूस में हैं जबकि वैगनर की सेना अपने शिविरों में हैं. उन्होंने शिविरों के स्थान के बारे में नहीं बताया लेकिन प्रिगोझिन के सैनिकों ने विद्रोह से पहले पूर्वी यूक्रेन में रूसी सेनाओं के साथ लड़ाई लड़ी थी और उनके रूस में भी अड्डे हैं.

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