साल 1971 में आज के ही दिन पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष जनरल आमिर अब्दुल्ला खान नियाजी ने अपने 93 हजार सैनिकों के साथ बिना किसी शर्त के लेफ्टीनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा के सामने युद्ध में आत्मसमर्पण किया था. अरोड़ा इस युद्ध में भारतीय सेना और मुक्ति वाहिनी के संयुक्त बल का नेतृत्व कर रहे थे. Kasam Samvidhan Ki में बड़ी बहस देखिए क्या पाकिस्तान को डर है कि भारत उसे फिर से तोड़ देगा?