आतंकवाद के खिलाफ भारत और रूस साझा रणनीति तैयार कर रहे हैं. इसलिए NSA अजीत डोवाल मॉस्को में हैं. वो डोवल ही हैं जिनकी वजह से तालिबान और पाकिस्तान के बीच नजदीकी के बावजूद भारत के अफगानिस्तान में मौजूदगी कमजोर नहीं हुई है. यही वजह है कि डोवल का रूस दौरा पाकिस्तान सरकार को बेचैन कर रहा है.