State Funeral Expenses: अमेरिका में हुई थी दुनिया की सबसे महंगी अंतिम विदाई, इन नेताओं के अंतिम संस्कार ने भी लोगों का ध्यान खींचा
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State Funeral Expenses: अमेरिका में हुई थी दुनिया की सबसे महंगी अंतिम विदाई, इन नेताओं के अंतिम संस्कार ने भी लोगों का ध्यान खींचा

Big Celebrities Funeral Expense: जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे के अंतिम संस्कार में 97 करोड़ रुपये खर्च करने पर जापान में खूब विरोध हो रहा है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में इससे भी कई गुना ज्यादा धनराशि अंतिम संस्कारों में खर्च की जा चुकी है.

जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे का मंगलवार को प्रतीकात्मक अंतिम संस्कार हुआ

World Big Celebrities Funeral Expenses: जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे का मंगलवार को राजकीय सम्मान के साथ प्रतीकात्मक अंतिम संस्कार किया गया. इस समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी समेत दुनिया की कई हस्तियों ने भाग लिया. शिंजो आबे की चुनाव प्रचार के दौरान 8 जुलाई को जापान के नारा शहर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. उनके अंतिम संस्कार में करीब 97 करोड़ रुपये का सरकारी खर्च आया है, जिसका जापान में काफी विरोध हो रहा है. आज हम आपको बताते हैं कि केवल आबे ही नहीं, दुनिया में कई ओर हस्तियां भी रही हैं, जिनके निधन पर जनता के करोड़ों रुपये खर्च (State Funeral Expenses) कर अंतिम संस्कार किया गया. 

दुनिया का सबसे महंगा अंतिम संस्कार 

दुनिया में सबसे महंगा अंतिम संस्कार अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन का माना जाता है. करीब 93 वर्ष की उम्र में लंबी बीमारी के बाद 5 जून 2004 को उनका लॉस एंजलिस में निधन हो गया था. वे हॉलीवुड के पूर्व स्टार और अमेरिका के 40वें राष्ट्रपति रह चुके थे. उनके निधन पर राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया. जिसके चलते स्टॉक मार्केट बंद रहा है. इससे हुए नुकसान का खर्च (State Funeral Expenses) भी रीगन के अंतिम संस्कार से जोड़ा गया. उनके अंतिम संस्कार के कार्यक्रमों पर कुल 3250 करोड़ रुपये का खर्च आया. यह अब तक का सबसे महंगा अंतिम संस्कार कार्यक्रम माना जाता है. 

उत्तर कोरिया में 11 दिनों तक मनाया गया दुख

उत्तर कोरिया के तानाशाह शासक और मौजूदा शासक किम जोंग उन के पिता किम जोंग इल का निधन 2011 में हो गया था. उनके निधन पर उत्तर कोरिया में 11 दिनों का राजकीय शोक रखा गया. उनका पार्थिव शरीर देश की राजधानी प्योंगयांग में रखा गया था. 28 दिसंबर 2011 को उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान लाखों लोग ‘फादर-फादर’ के नारे लगाकर रोते दिखाई दिए. इस अंतिम संस्कार कार्यक्रम में 325 करोड़ रुपये खर्च (State Funeral Expenses) किए गए.

सड़कों पर उमड़ आए थे लाखों लोग 

जॉन एफ कैनेडी अमेरिका के 35 वें राष्ट्रपति थे. पद पर रहते हुए 22 नवंबर 1963 को डलास शहर में गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई. उनकी हत्या की खबर सुनते ही पूरी दुनिया शॉक्ड रह गई. इसकी वजह ये थी कि कैनेडी को सुधारवादी नेता के रूप में दुनिया में सम्मान हासिल था. उनके निधन के बाद अमेरिका में मेमोरियल ब्रिज से उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई, जिसमें लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए उमड़ पड़े. इस अंतिम संस्कार में 121 करोड़ रुपये खर्च (State Funeral Expenses) हुए थे. 

कई ईसाई देशों में 7 दिनों तक रहा शोक

ईसाइयों के सबसे बड़े धर्म गुरू रहे पोप जॉन पॉल द्वितीय का निधन वर्ष 2005 में हुआ था. उनके निधन पर कई ईसाई देशों ने 7 दिनों का राजकीय शोक रखा था. कहा जाता है कि पोप ने चर्चों में भ्रष्टाचार और यौन शोषण की घटनाओं को रोकने के लिए कई कदम उठाए, जिससे लाखों लोग उनके प्रशंसक बन गए थे. उनके निधन पर श्रद्धांजलि देने के लिए हजारों लोग रोम पहुंचे थे. उनके अंतिम संस्कार कार्यक्रम में करीब 70 करोड़ रुपये का खर्च (State Funeral Expenses) आया था. 

क्वीन एलिजाबेथ के निधन पर 47 करोड़ रुपये खर्च

ब्रिटेन की पूर्व महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की मां क्वीन एलिजाबेथ का 101 साल की उम्र में अप्रैल 2002 में निधन हो गया था. उनका अंतिम संस्कार 9 अप्रैल 2002 को किया गया. इस कार्यक्रम में विभिन्न देशों के 2100 मेहमानों को आमंत्रित किया गया. क्वीन एलिजाबेथ के अंतिम संस्कार में ब्रिटिश सरकार के खजाने से करीब 47 करोड़ रुपये खर्च (State Funeral Expenses) किए गए. 

प्रिंसेस डायना को नहीं मिला था शाही सम्मान

प्रिंसेस डायना ब्रिटेन के शाही खानदान की बहू और प्रिंस विलियम-हैरी की मां थीं. उनके अपने पति और मौजूदा किंग चार्ल्स तृतीय के साथ रिश्ते अच्छे नहीं थे. पेरिस में विजिट के दौरान 31 अगस्त 1997 को हुए एक एक्सिडेंट में उनका निधन हो गया. वे मृत्यु से पहले राजपरिवार को छोड़ चुकी थीं, इसलिए निधन के बाद उनका शाही तौर तरीके से अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया गया. जब ब्रिटेन के लोगों ने इसका विरोध किया तो महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने शाही तरीके से मृत्यु की कुछ रस्में करने की मंजूरी दे दी. इस अंतिम संस्कार में ब्रिटिश सरकार ने करीब 44 करोड़ रुपये खर्च (State Funeral Expenses) किए. 

मार्गरेट थैचर के निधन पर आया इतना खर्च

ब्रिटेन की पूर्व प्रधानमंत्री मार्गरेट थैचर का 2013 में निधन हुआ. अपने कठोर फैसलों की वजह से उन्हें ब्रिटेन की आयरन लेडी भी कहा जाता है. राजकीय सम्मान के साथ उनके पार्थिव शरीर को सेंट पॉल कैथिड्रल में दफनाया गया. इस दौरान करीब 2 हजार से ज्यादा मेहमान चर्च में मौजूद रहे. उनके अंतिम संस्कार में करीब 10 करोड़ रुपये का खर्च आया. 

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