US सुप्रीम कोर्ट ने नस्ल-आधारित कॉलेज दाखिला किया रद्द, बाइडेन, ओबामा ने की फैसले की आलोचना, ट्रंप ने किया स्वागत
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US सुप्रीम कोर्ट ने नस्ल-आधारित कॉलेज दाखिला किया रद्द, बाइडेन, ओबामा ने की फैसले की आलोचना, ट्रंप ने किया स्वागत

US News: इस फैसले के बाद अमेरिका में लंबी सार्वजनिक बहस की शुरुआत होना तय है. इस विषय पर आ रही नेताओं की अलग-अलग राय बताती है कि सुप्रीम कोर्ट का यह निर्णय अमेरिकी राजनीति में एक बड़ा मुद्दा बनने वाला है.

US सुप्रीम कोर्ट ने नस्ल-आधारित कॉलेज दाखिला किया रद्द, बाइडेन, ओबामा ने की फैसले की आलोचना, ट्रंप ने किया स्वागत

Joe Biden Slam SC Verdict: अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट द्वारा दो विश्वविद्यालयों में नस्ल-आधारित दाखिले को रद्द करने के फैसले ने अमेरिकी राजनीति में भूचाल ला दिया है और इस मसले पर डेमोक्रेट और रिपब्लिकन की ओर से विपरीत प्रतिक्रियाएं आई हैं. राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस फैसले की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि जब कॉलेज नस्लीय रूप से विविध होते हैं तो वे अधिक मजबूत होते हैं. वहीं  उनके पूर्ववर्ती डोनाल्ड ट्रम्प ने इसे 'अमेरिका के लिए महान दिन' कहा.

गुरुवार को, सुप्रीम कोर्ट ने विश्वविद्यालय प्रवेश में नस्ल और जातीयता के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया. इस फैसले से दशकों पुरानी उस नीति को बड़ा झटका लगा, जिसने अफ्रीकी-अमेरिकियों और अन्य अल्पसंख्यकों के लिए शैक्षिक अवसरों को बढ़ावा दिया.  अदालत ने कहा कि विश्वविद्यालय अपने आवेदन को तौलने में किसी आवेदक के व्यक्तिगत अनुभव पर विचार करने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन मुख्य रूप से आवेदक की जाति के आधार पर निर्णय लेना अपने आप में नस्लीय भेदभाव है.

इस फैसले के बाद अमेरिका में लंबी सार्वजनिक बहस की शुरुआत होना तय है. इस विषय पर आ रही नेताओं की अलग-अलग राय बताती है कि सुप्रीम कोर्ट का यह निर्णय अमेरिकी राजनीति में एक बड़ा मुद्दा बनने वाला है.

किसने क्या कहा:-

जो बाइडेन
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ट्वीट किया, 'दशकों से, सुप्रीम कोर्ट ने एक कॉलेज के इस स्वतंत्रता को मान्यता दी है कि एक विविध छात्र समूह कैसे बनाया जाए और अवसर कैसे प्रदान किया जाए. आज, अदालत ने मिसाल कायम करते हुए उच्च शिक्षा में सकारात्मक कार्रवाई [Affirmative Ation]को प्रभावी ढंग से समाप्त कर दिया.’ उन्होंने लिखा, ‘मैं इस फैसले से पूरी तरह असहमत हूं.'

डोनाल्ड ट्रंप
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि इस फैसले का आना 'अमेरिका के लिए एक महान दिन' है. वर्तमान रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया नेटवर्क पर लिखा, 'हमारे देश के लिए भविष्य की महान सफलता के लिए आवश्यक सभी चीजों और असाधारण क्षमता वाले लोगों को आखिरकार पुरस्कृत किया जा रहा है.'

बराक ओबामा
पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी विश्वविद्यालय प्रवेश में नस्ल और जातीयता के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने के अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के फैसले का जोरदार विरोध किया है. उन्होंने कहा कि सकारात्मक कार्रवाई नीतियों [Affirmative Ation Policies ] ने उन्हें और उनकी पत्नी मिशेल सहित 'छात्रों की पीढ़ियों की' यह साबित करने की अनुमति दिया कि हम उनके ही जैसे हैं. ओबामा ने तर्क दिया कि ये नीतियां यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक थीं कि नस्ल या नस्ल की परवाह किए बिना सभी छात्रों को सफल होने का अवसर मिले.

कमला हैरिस
उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने कहा कि कॉलेज प्रवेश में 'सकारात्मक कार्रवाई' को समाप्त करने का अदालत का निर्णय 'अवसर से इनकार' है. उन्होंने कहा, 'हमारे देश की सर्वोच्च अदालत ने आज सकारात्मक कार्रवाई पर फैसला सुनाया और मैं इसके बारे में बोलने के लिए मजबूर महसूस कर रहा हूं. यह कई मायनों में अवसर से इनकार है.'

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