Rishi Sunak On Diwali 2023: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक अपनी हिंदू पहचान से कतई नहीं कतराते. इस दिवाली पर वे लंदन के एक मंदिर में पहुंचे और वहां जमीन पर बैठकर 'रघुपति राघव राजा राम' गाया.
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Rishi Sunak sang Raghupati Raghav Rajaram: ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक एक धर्मपरायण हिन्दू हैं. वे खुले तौर पर अपने आपको गौरवशाली ब्रिटिश स्वीकार करते हैं लेकिन साथ ही ये कहने से भी नहीं कतराते कि उनकी जड़ें भारतीय हैं और उन्हें इस पर गर्व है. वे हिंदू संस्कृति पर भी बहुत गर्व महसूस करते हैं. वे कहते हैं कि ये सब चीजें उन्हें सकारात्मक ऊर्जा देती हैं और इसमें छिपाने वाली कोई बात नहीं है. ऋषि सुनक ब्रिटेन के पहले गोरे और गैर-ईसाई पीएम हैं. कंजर्वेटिव पार्टी से आने वाले सुनक की नियुक्ति पिछले साल दिवाली पर हुई थी. इसके बाद से ब्रिटिश पीएम आवास पर दिवाली भी मनाई जाने लगी. अब इस दिवाली पर उनका दिवाली पर एक और मनोहारी वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे देखकर आपको उन पर गर्व महसूस होगा.
पालथी मारकर रघुपति गाते दिखे ब्रिटिश पीएम
इस वायरल वीडियो में ऋषि सुनक (Rishi Sunak) एक मंदिर में जमीन पर पालथी मारकर बैठे दिख रहे हैं. उनके साथ उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति और दोनों बेटियां भी थीं. मंदिर में और भी सैकड़ों लोग मौजूद हैं, जो ढोल-मजीरे के साथ रघुपति राघव राजा राम का गान कर रहे हैं. उनके साथ मिलकर ऋषि सुनक भी भगवान राम का गीत गा रहे हैं. अपने बीच में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री को इस तरह सहज भाव से बैठा देखकर वहां बैठे लोग भी भाव-विभोर नजर आते हैं और जोश के साथ गीत गाते रहते हैं.
Raghupati Raghav Raaja Ram,
Patit Paavan Sitaram... pic.twitter.com/St6Dbx9NMP— Bhagavad Gita (@GitaShlokas) November 14, 2023
परिवार के साथ जलाए दीये
भगवान राम की आरती के बाद ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक (Rishi Sunak) परिवार के साथ मंदिर में दीये जलाए. साथ ही वहां पर बाकी लोगों के साथ मिलकर दिवाली का प्रसाद ग्रहण किया. उनके हाथ में बंधा कलावा उनकी हिंदू धर्म में गहरी आस्था को प्रदर्शित कर रहा था. मंदिर के बाद उन्होंने परिवार के साथ अपने आधिकारिक आवास पर भी दीये जलाकर सनातन धर्म के इस सबसे बड़े त्योहार को धूमधाम से मनाया.
जय सियाराम का उदघोष
यह पहली बार नहीं है, जब ऋषि सुनक (Rishi Sunak) ने सनातन धर्म के प्रति अपने लगाव का खुलकर इजहार किया हो. पिछले दिनों वे लंदन में आयोजित हुई मुरारी बापू की रामकथा में पहुंचे थे और वहां पर बापू का अभिनंदन करते हुए 'जय सियाराम' का उद्घोष किया था. कुछ हफ्तों पहले जब जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए वे भारत आए तो बाकी देशों के प्रमुखों ने समिट के बाद ताजमहल का दीदार करना सही समझा था. जबकि ऋषि सुनक और अक्षता मूर्ति अक्षरधाम मंदिर के दर्शन करने पहुंचे थे.
हिंदू संस्कृति से खुलकर लगाव
एक इंटरव्यू में उन्होंने (Rishi Sunak) कहा कि वे और उनका पूरा परिवार हिंदू है. उन्हें भारत के साथ अपने संबंधों और भारतीय जड़ों पर बहुत गर्व है. ब्रिटेन में रहते हुए वे अपने बच्चों को इंग्लिश के साथ-साथ हिंदी सीखने के लिए प्रेरित करते हैं. ऋषि सुनक तीन भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं. उनकी मां का नाम ऊषा सुनक और पिता का डॉक्टर यशवीर था. वे मूल रूप से पंजाब के रहने वाले हिंदू थे. बाद में वे काम के सिलसिले में अफ्रीका पहुंचे. वहां से वे दोनों वर्ष 1960 में अफ्रीका से ब्रिटेन गए. वहां पर उन्होंने अपना बिजनेस सेट अप किया. ऋषि सुनक बिजनेस के बाद राजनीति में आ गए और वहां पर प्रमुख कंजर्वेटिव पार्टी से जुड़ गए.