US Navy Incident: इस घटना ने बरमूडा ट्रायंगल के रहस्य को और गहरा कर दिया. यह त्रिकोणीय क्षेत्र जो मियामी, प्यूर्टो रिको और बरमूडा के बीच स्थित है, यह जहाजों और विमानों के गायब होने की कई कहानियों के लिए कुख्यात है. (Photo:AI)
Trending Photos
Bermuda Triangle mystery: इतिहास की कई घटनाएं ऐसे होती हैं जिनको भुलाने में सदियां निकल जाती हैं. 5 दिसंबर 1945 एक ऐसी ही तारीख है जो इतिहास के पन्नों में एक अनसुलझे रहस्य के रूप में दर्ज है. अमेरिकी नौसेना के पांच एवेंजर टॉरपीडो बॉम्बर्स ने फ्लोरिडा के फोर्ट लॉडरडेल एयर स्टेशन से नियमित प्रशिक्षण मिशन के लिए उड़ान भरी थी. इस मिशन का नाम था फ्लाइट 19. लेकिन उस दिन इन विमानों ने जो यात्रा शुरू की, वह कभी खत्म नहीं हुई. ये पांचों विमान और उनके 14 क्रू मेंबर समुद्र में गायब हो गए. आइए इसकी पूरी कहानी समझते हैं.
कैसे शुरू हुआ था ये सब..
असल में अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स में मुताबिक इस मिशन के दौरान, दो घंटे बाद स्क्वाड्रन लीडर ने बताया कि उनके कम्पास ने काम करना बंद कर दिया है. धीरे-धीरे बाकी विमानों के उपकरण भी फेल हो गए. रेडियो पर संपर्क करने की कई कोशिशें की गईं, लेकिन उनकी स्थिति का पता नहीं चल पाया. आखिरी बार शाम 6:20 बजे एक विकृत संदेश सुना गया जिसमें ईंधन खत्म होने की बात कही गई. इसके बाद फ्लाइट 19 के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली.
खोज और बचाव अभियान..
जब खोज और बचाव अभियान शुरू हुआ, तो एक मेरिनर एयरक्राफ्ट भी 13 लोगों के साथ भेजा गया. लेकिन कुछ ही मिनटों बाद वह भी गायब हो गया. फ्लोरिडा तट से कुछ दूरी पर विस्फोट की खबर आई, लेकिन खोजी विमान का भी कोई सुराग नहीं मिला. इस घटना के बाद शुरू हुई अब तक की सबसे बड़ी खोज, जिसमें सैकड़ों जहाज और विमान शामिल थे. लेकिन न तो कोई मलबा मिला और न ही कोई शव.
बरमूडा ट्रायंगल रहस्य और गहरा..
इस घटना ने बरमूडा ट्रायंगल के रहस्य को और गहरा कर दिया. यह त्रिकोणीय क्षेत्र जो मियामी, प्यूर्टो रिको और बरमूडा के बीच स्थित है, यह जहाजों और विमानों के गायब होने की कई कहानियों के लिए कुख्यात है. 20वीं सदी के दौरान यहां से 100 से ज्यादा जहाज और विमान गायब हो चुके हैं. कुछ लोग इसे प्राकृतिक कारणों का परिणाम मानते हैं, जबकि कुछ इसे किसी अलौकिक ताकत से जोड़ते हैं. आज भी उस जगह से कोई प्लेन नहीं आता-जाता है.
दुनिया के सबसे बड़े रहस्यों में से एक
बरमूडा ट्रायंगल से जुड़ी घटनाओं ने दशकों से लोगों के दिलो दिमाग पर अपनी छाप छोड़ी. कुछ डरे तो कुछ सहमे. कई वैज्ञानिक इसे खतरनाक मौसम, गल्फ स्ट्रीम की तेज धाराओं और समुद्र की गहराई से जोड़ते हैं. वहीं, कुछ इसे अंतरिक्षीय पोर्टल या अटलांटिस जैसे मिथकीय शहर से जोड़कर देखते हैं. बावजूद इसके, 5 दिसंबर 1945 की यह घटना आज भी दुनिया के सबसे बड़े रहस्यों में से एक है.