King Charles Coronation: 74 साल के प्रिंस चार्ल्स (King Charles) ताजपोशी के बाद आधिकारिक तौर पर ब्रिटेन के किंग बन गए हैं. इस पूरे समारोह में दुनियाभर के करीब 2000 शाही मेहमान शामिल हुए.
Trending Photos
King Charles Coronation: ब्रिटेन के किंग चार्ल्स (King Charles) की 74 साल की उम्र में शनिवार को ताजपोशी हुई, जिसके साथ ही प्रिंस चार्ल्स आधिकारिक तौर पर 15 देशों के किंग बन गए हैं. लंदन के ऐतिहासिक वेस्टमिंस्टर ऐबे में हुए राजतिलक समारोह में दुनियाभर के करीब 2000 शाही मेहमान शामिल हुए. समारोह में प्रिंस विलियम पत्नी केट और बच्चों के साथ कार्यक्रम में शामिल हुए तो वहीं प्रिंस हैरी भी पत्नी मेघन मार्कल और अपने बच्चों के साथ समारोह में शिरकत की. भारत की तरफ से उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पत्नी के साथ कार्यक्रम में शामिल हुए. कोरोनेशन सेरेमनी (Coronation Ceremony) से पहले उन्होंने शुक्रवार को किंग चार्ल्स से मुलाकात भी की थी.
क्वीन एलिजाबेथ के निधन के बाद किंग बने चार्ल्स
ब्रिटेन में राजशाही करीब एक हजार साल पुरानी है और सितंबर 2022 में क्वीन एलिजाबेथ II (Queen Elizabeth II) के निधन के बाद उनके बेटे चार्ल्स (Prince Charles) राजा बने थे. करीब 8 महीने बाद अब उनकी ताजपोशी हुई और इस इवेंट पर करीब एक हजार करोड़ रुपये खर्च किया गया. कार्यक्रम के दौरान सिक्योरिटी के लिए लंदन में 29 हजार पुलिसवाले तैनात किए गए.
महारानी एलिजाबेथ की ताजपोशी से इस बार छोटा कार्यक्रम
किंग चार्ल्स (King Charles) की ताजपोशी के लिए पूरे लंदन को दुल्हन की तरह सजाया गया है और चारों तरफ ब्रिटेन के झंडे लहरा रहे है. ब्रिटेन की राजधानी लंदन की हर सड़क को नए सम्राट का स्वागत करने के लिए खात तौर पर तैयार किया गया. इसके लिए पिछले कई दिनों से लंदन की सड़कों पर रिहर्सल भी की गई थी. हालांकि, 1953 में महारानी एलिजाबेथ (Queen Elizabeth II) की ताजपोशी की तुलना में सम्राट चार्ल्स के राज्याभिषेक का कार्यक्रम छोटा और कम समय का था. राज्याभिषेक का जुलूस भी पहले की तरह बहुत ग्रैंड नहीं था.
ब्रिटेन की राजगद्दी पर कब किसने किया शासन?
भारत में 200 वर्षों तक शासन करने वाले ब्रिटेन की रॉयल फैमिली का इतिहास बहुत पुराना है. दरअसल, सन 1600 में जब भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना हुई थी, तब ब्रिटेन में महारानी एलिजाबेथ प्रथम की हुकूमत थी. महारानी विक्टोरिया 20 जून 1837 से 1901 तक यूनाइटेड किंगडम ऑफ ग्रेट ब्रिटेन और आयरलैंड की रानी रहीं. उनके बाद ब्रिटिश साम्राज्य की बागडोर उनके बेटे और उत्तराधिकारी एडवर्ड सप्तम के हाथ में आई. एडवर्ड सप्तम 1901 से 1910 तक यूनाइटेड किंगडम के सम्राट रहे.
सम्राट एडवर्ड सप्तम के बाद ब्रिटिश सत्ता की बागडोर उनके बेटे जॉर्ज पंचम ने संभाली थी. वो 22 जून 1910 से अपनी मृत्यु तक यानी 1936 तक ब्रिटेन की गद्दी पर बैठे. 1911 में जॉर्ज पंचम अपनी पत्नी मैरी के साथ भारत आए थे. वो भारत आने वाले ब्रिटेन के पहले राजा और रानी थे. मुंबई स्थित गेट वे ऑफ इंडिया उनके स्वागत के लिए ही बनवाया गया था.
जॉर्ज पंचम के बाद उनके बेटे एडवर्ड अष्टम को राजपरिवार की गद्दी मिली थी, लेकिन 1936 में अमेरिकी सोशलाइट वालिस सिम्पसन से शादी करने के फैसले के बाद उन्होंने 11 महीने बाद ही गद्दी छोड़ने का फैसला किया. वर्ष 1947 में एलिजाबेथ द्वितीय ने एडिनबर्ग के ड्यूक फिलिप से शादी की थी. डेनमार्क और ग्रीस के राजकुमार प्रिंस फिलिप का जन्म 1921 में हुआ था और उन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध में ब्रिटिश रॉयल नेवी में सेवा दी थी. 2017 में वो अपने शाही कर्तव्यों से सेवानिवृत्त हुए. उनका निधन 2021 में हुआ था. दोनों के चार बच्चे हुए. चार्ल्स, ऐनी, एंड्रयू और एडवर्ड. अब उन्ही के बड़े बेटे चार्ल्स का ब्रिटेन के सम्राट के तौर पर राज्याभिषेक हो रहा है.