Teacher Watching Adult Sites: लाइव क्लास के दौरान टीचर ने 74 बार देखी गंदी वेबसाइट्स, स्कूल ने जाल बिछाकर ऐसे किया पर्दाफाश
Advertisement

Teacher Watching Adult Sites: लाइव क्लास के दौरान टीचर ने 74 बार देखी गंदी वेबसाइट्स, स्कूल ने जाल बिछाकर ऐसे किया पर्दाफाश

School Teacher Sacked: साल 2018 से डेविड स्कूल में A लेवल और GCSE स्टूडेंट्स को बिजनेस स्टडीज और इकोनॉमिक्स पढ़ाते थे. चिडलो ने टीचिंग रेग्युलेशन एजेंसी की वर्चुअल सुनवाई के दौरान खुद स्वीकार किया है कि उन्होंने लाइव क्लासेस के दौरान माइक्रोसॉफ्ट टीम्स छोड़कर बार-बार पॉर्न साइट्स देखीं. 

Teacher Watching Adult Sites: लाइव क्लास के दौरान टीचर ने 74 बार देखी गंदी वेबसाइट्स, स्कूल ने जाल बिछाकर ऐसे किया पर्दाफाश

Britain News: ब्रिटेन में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. केंट स्थित एक ग्रैमर स्कूल का टीचर बच्चों को पढ़ाने के दौरान पॉर्न वेबसाइट्स देख रहा था. उसे बर्खास्त कर दिया गया है. जांच में पाया गया कि मेडस्टोन ग्रैमर स्कूल के 59 वर्षीय टीचर डेविड चिडलो ने पिछले साल फरवरी-मार्च के बीच स्कूल के कामकाजी घंटों के दौरान 74 बार पॉर्न साइट्स पर महिलाओं की प्रोफाइल्स देखी. 

साल 2018 से डेविड स्कूल में A लेवल और GCSE स्टूडेंट्स को बिजनेस स्टडीज और इकोनॉमिक्स पढ़ाते थे. चिडलो ने टीचिंग रेग्युलेशन एजेंसी की वर्चुअल सुनवाई के दौरान खुद स्वीकार किया है कि उन्होंने लाइव क्लासेस के दौरान माइक्रोसॉफ्ट टीम्स छोड़कर बार-बार पॉर्न साइट्स देखीं. 

महिलाओं से करते थे चैट्स

इतना ही नहीं वह सेक्स चैट्स में भी शामिल थे और सबूत छिपाने के लिए इंटरनेट पर हिस्ट्री भी डिलीट कर दी. लिखित बयान में चिडलो ने माना कि उनका पेशेवर बर्ताव अस्वीकार्य है और इससे इस पवित्र पेशे की इज्जत को झटका लगा है. 

पैनल को बताया गया कि स्कूल मॉनिटरिंग सॉफ्टवेयर से मालूम चला कि स्कूल के किसी स्टाफ मेंबर के सिस्टम से I Take My Life' जैसे कीवर्ड्स नजर आए हैं. इसके बाद जांच शुरू की गई तो पाया गया कि डेविड महिलाओं के साथ सेक्स चैट कर रहे थे और उन्होंने महिलाओं से उनकी तस्वीरें भी मांगी थीं, जो स्कूल के लैपटॉप में सेव थीं. 

तस्वीरों की भी की थी मांग

चिडलो ने माना कि वह ईमेल के जरिए महिलाओं के साथ बातचीत कर रहे थे और यौन संतुष्टि के लिए उन्होंने उनसे तस्वीरें भी मांगी थीं. सुनवाई के दौरान बताया गया कि स्कूल ने चिडलो को बिना बताए उनके लैपटॉप को रिमोट मॉनिटरिंग पर लगा दिया, जिसके बाद उनकी सारी पोल खुल गई. शिक्षा सचिव की ओर से मुद्दों के संबंध में फैसला लेने वाली सारा बक्सी ने कहा कि निषेध आदेश 'आनुपातिक' होगा. बक्सी ने आगे कहा, इसके अलावा, उनके खिलाफ साबित हुए आरोपों की गंभीरता को देखते हुए, मैंने फैसला किया है कि चिडलो आगे कभी किसी स्कूल में नहीं पढ़ा पाएंगे.

ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर

Trending news