Monkeypox: पहली बार इंसान से पालतू जानवर में फैला मंकीपॉक्स वायरस, इस देश में मिला दुनिया का ऐसा पहला केस
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Monkeypox: पहली बार इंसान से पालतू जानवर में फैला मंकीपॉक्स वायरस, इस देश में मिला दुनिया का ऐसा पहला केस

Monkeypox Study: लैंसेट जर्नल में हाल ही में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, पैरिस में कुछ दिन पहले दो बायोसेक्सुअल पुरुषों में मंकीपॉक्स की पुष्टि हुई थी. इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के 12 दिन बाद इनके पालतू कुत्ते का भी सैंपल लिया गया. कुत्ते की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई और उसमें भी मंकीपॉक्स के वही लक्षण दिखे जो उन दोनों में थे.

मंकीपॉक्स वायरस

Monkeypox Human to Dog Transmission: कोरोना वायरस के साथ ही दुनिया के कई देशों में मंकीपॉक्स वायरस के मामले बढ़ रहे हैं. मंकीपॉक्स के बढ़ते मामले वहां की सरकार के लिए चिंता का विषय बन रहा है. इसे लेकर अब डबल्यूएचओ भी सक्रिय हो गया है, लेकिन इस बीच इसे लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है. रिपोर्ट के मुताबिक, यह वायरस इंसान से जानवरों में भी हो सकता है. इस तरह का एक मामला सामने भी आया है. मंकीपॉक्स के इस तरह इंसानों से जानवर में ट्रांसमिशन से एक्सपर्ट भी हैरान हैं. दुनिया में इस तरह का यह पहला केस है. बता दें कि अब तक 94 देशों में मंकीपॉक्स के 37,369 मरीज मिल चुके हैं.

रिपोर्ट देख डॉक्टर भी हैरान

लैंसेट जर्नल में हाल ही में प्रकाशित एक रिपोर्ट में इस केस का जिक्र किया गया है. इसमें बताया गया है कि फ्रांस के पैरिस की सोर्बोन यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने मंकीपॉक्स से पीड़ित दो बायोसेक्सुअल पुरुषों पर स्टडी की थी. इनकी मंकीपॉक्स रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. इसके करीब डेढ़ हफ्ते बाद इनके 4 साल के कुत्ते का भी मंकीपॉक्स टेस्ट किया गया. जब कुत्ते की रिपोर्ट आई तो डॉक्टर भी हैरान हुए. दरअसल, कुत्ते में भी मंकीपॉक्स की पुष्टि हुई थी.

डॉगी में भी इंसानों जैसे लक्षण

इन पर स्टडी करने वाले ये देखकर और हैरान हुए कि कुत्ते के शरीर पर मंकीपॉक्स के लक्षण भी बिल्कुल इंसानों जैसे ही थे. कुत्ते के भी पेट के नीचले हिस्से में जगह-जगह दाने निकले हुए थे. इसके अलावा उसके भी प्राइवेट पार्ट में मवाद से भरे लाल दाने निकले हुए थे.

पालतू जानवरों में पहली बार पुष्टि

जब एक्सपर्ट की टीम ने कुत्ते और इनके मालिकों की रिपोर्ट को क्रॉसचेक किया तो पता चला कि वायरस के DNA की वंशावली B.1 है. यह अप्रैल से ही यूरोपीय देशों और अमेरिका में मौजूद है. डॉक्टरों ने बताया कि अभी तक पालतू जानवर में इसके संक्रमण का मामला सामने नहीं आया था. अफ्रीकी देशों में भी यह वायरस केवल जंगली चूहों, गिलहरियों और बंदरों जैसे जानवरों में ही मिला था. 

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