Dengue Fever: डेंगू एडीज प्रजाति के मच्छर के काटने से होता है. इससे संक्रमित होने पर इंसान में प्लेटलेट्स तेजी से गिरने लगते हैं. इससे बचने का सबसे कारगर हथियार बचाव है.
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Dengue Symptoms: बरसात के सीजन से मच्छरों की शुरुआत हो जाती है. इनके काटने से मलेरिया और डेंगू जैसी घातक बीमारियां हो जाती हैं. सही समय पर इलाज न मिलने पर इंसान की जान तक जा सकती है. ठंड की शुरुआत हो चुकी है, लेकिन अभी भी डेंगू के कई मामले सामने आ रहे हैं. डेंगू एडीज प्रजाति के मच्छरों के काटने से फैलने वाली बीमारी है. यह बुखार डेंगू वायरस के कारण होता है. इसमें प्लेटलेट्स कम हो जाते हैं. डेंगू का मच्छर साफ पानी में पनपता है. ऐसे में जरूरी है कि एहतियात बरती जाए, जिससे इस बीमारी से बचा जा सके.
लक्षण
अक्सर लोगों को डेंगू के लक्षणों के बारे में पता नहीं होता है और वह इसके सिम्टम्स को साधारण समझकर नजरअंदाज कर देते हैं और अपनी मर्जी से दवाईयों का सेवन कर लेते है, जिससे उनके प्लेटलेट्स जल्द कम होने लगते हैं और नौबत अस्पताल में भर्ती करने की आ जाती है. ऐसे में जरूरी है कि डेंगू के लक्षणों को समझा जाए. डेंगू में सिर दर्द, मसल्स, हड्डियों और जोड़ों में दर्द, जी मिचलाना, उल्टी,
आंखों के पीछे दर्द, ग्रंथियों में सूजन, त्वचा पर लाल चकत्ते होने जैसे लक्षण होते हैं.
खानपान
डेंगू के लक्षण आमतौर पर 2-7 दिनों तक रहते हैं. अधिकतर लोग 1 सप्ताह के अंदर ठीक हो जाते हैं. हालांकि, गंभीर स्थितियों में इसमें ठीक होने में अधिक समय लग सकता है. डेंगू होने पर पपीते के पत्तों का जूस, नारियल पानी, हल्दी, खट्टे फल का सेवन करना चाहिए. वहीं, चाय, कॉफी, सोडा, सॉफ्ट ड्रिंक्स, मसालेदार भोजन, तली-भुनी चीजों से परहेज करना चाहिए.
टेस्ट
डेंगू के लिए एंटीजन के अलावा एलाइजा टेस्ट किया जाता है. इसमें भी आईजीएम और दूसरा आईजीजी नाम के दो टेस्ट होते हैं. आईजीएम टेस्ट डेंगू के लक्षण आने से 3-5 दिन के अंदर कराना चाहिए. जबकि, आईजीजी टेस्ट 5 से 10 दिन के अंदर कराना अनिवार्य होता है.
उपाय
घर के आसपास पानी जमा न होने दें. घर के आसपास कीटनाशक दवाईयों का छिड़काव करें. ऐसे कपड़े पहनें, जिससे शरीर पूरी तरह से ढक जाए. सोते समय मच्छरदानी के साथ मच्छर भगाने वाली दवाइयों का प्रयोग करें. जिन बर्तनों में पानी रखा हो, उनको ढककर रखना चाहिए.
लक्षण कर सकते हैं गुमराह
इसको लेकर नोएडा इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के डॉक्टर शैलेंद्र कुमार मंझवार का कहना है कि पानी को घर के आसपास ज्यादा देर तक जमा नहीं रखना चाहिए, क्योंकि इसमें मच्छर पनप सकते हैं. लोगों को अपने हाथ-पैर भी ढककर रखने चाहिए, ताकि मच्छर न काट पाए. डेंगू जब होता है तो बहुत ज्यादा कमजोरी और बुखार होता है. लोगों को अपने डॉक्टर द्वारा सुझाए गए फीवर पैनल टेस्ट को कराना चाहिए, क्योंकि कभी-कभी लक्षण डेंगू, चिकनगुनिया और कोविड जैसे हो सकते हैं और व्यक्ति इन लक्षणों से गुमराह हो सकता है.
शरीर को रखें हाइड्रेट
उनका कहना है कि डेंगू के लक्षणों में चक्कर आना, मुंह सूखना और पेशाब कम होना जैसे डीहाइड्रेशन के लक्षण दिखाई देते हैं. ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. डेंगू के मरीजों को अस्पताल में सपोर्टिव ट्रीटमेंट की जरूरत होती है. घर पर होने पर पर्याप्त स्वच्छता और खानपान संबंधी आदतों का ध्यान रखें. पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ पीकर शरीर को हाइड्रेट रखना चाहिए. शरीर को कमजोरी से उबरने में मदद करने के लिए फलों और सब्जियों से भरपूर सेवन करना चाहिए.
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