MP Chunav: शिवराज के प्रयास से लाडली योजना की पहुंच महिलाओं की जेब और जुबान दोनों पर पहुंच गई. इसका सीधा प्रभाव मतदान में दिखा. महिलाओं ने बीजेपी को बढ़ चढ़कर वोट डाले, इस बार चुनाव में महिलाओं ने करीब 34 विधानसभा सीटों पर पुरुषों के मुकाबले ज्यादा वोट डाले.
Trending Photos
Madhya Pradesh Election Result: अभी महज 3 दिन पहले जब चुनावों के एग्जिट पोल आए तो सीएम शिवराज ने उस समय एक प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि सब बोल रहे थे कि कांटे की टक्कर है, कांटे की टक्कर है. अरे क्या कांटे की टक्कर है. लाडली बहनों ने सारा कांटा निकाल दिया. .... एक और वाकया, पिछली बार जब मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों का परिणाम आया तो कांग्रेस का 'कमल' खिल चुका था. उसी दौरान शिवराज सिंह चौहान पूर्व मुख्यमंत्री की हैसियत से एक जगह पहुंचे और उन्होंने सबके सामने कह दिया कि टाइगर अभी जिंदा है. एमपी के राजनीतिक गलियारों पर नजर रखने वाले एक्सपर्ट इस बयान को हलके में नहीं ले रहे थे. वही हुआ भी. जनता के मामा जनता के बीच पहुंच गए और ताबड़तोड़ चुनाव जीते. पहले उपचुनाव और अब 2023 का विधानसभा चुनाव. लेकिन इस बार उनके चेहरे पर मुस्कान लाने में उनकी लाडली बहनों ने बड़ा ही योगदान किया है. आइए समझते हैं कि कैसे यह योजना बीजेपी के लिए गेमचेंजर साबित हुई है.
खुद इस योजना की मॉनिटरिंग की
दरअसल, वैसे तो बीजेपी की जीत में कई सारे फैक्टर काम कर रहे हैं, जिसमें आलाकमान की रणनीति भी शामिल है. लेकिन इनमें लाडली बहना योजना भी शामिल है. शिवराज ने चुनाव प्रचार के दौरान लाडली योजना के तहत सरकार ने प्रदेश की करीब एक करोड़ 31 लाख महिलाओं के अकाउंट में 1250 रुपए की दो किश्तें भिजवाई थीं. इसका पूरा फायदा बीजेपी को मिला. शिवराज जहां भी चुनाव प्रचार करने जा रहे थे वे बढ़चढ़कर इस योजना का गुणगान कर रहे थे. वो खुद इस योजना की मॉनिटरिंग करते दिखाई दे रहे थे और अफसरों, मंत्रियों सबसे कहते दिखाई दिए कि इस योजना का सही से क्रियान्वयन हो, यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए. वही हुआ भी.
इसका सीधा प्रभाव मतदान में दिखा
शिवराज के प्रयास से लाडली योजना की पहुंच महिलाओं की जेब और जुबान दोनों पर पहुंच गई. इसका सीधा प्रभाव मतदान में दिखा. महिलाओं ने बीजेपी को बढ़ चढ़कर वोट डाले, इस बार चुनाव में महिलाओं ने करीब 34 विधानसभा सीटों पर पुरुषों के मुकाबले ज्यादा वोट डाले, जिसका बीजेपी को साफ फायदा मिलता दिख रहा है. यही नहीं खुद पीएम मोदी अपनी कई चुनावी सभाओं में लाड़ली बहन योजना का जिक्र करते हुए नजर आए. यह शिवराज के लिए एक और मनोवैज्ञानिक बढ़त साबित हो रहा है.
कमान बीजेपी किसके हाथों में सौंपने वाली?
वैसे तो मध्य प्रदेश में पीएम मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ा गया लेकिन शिवराज की योजनाओं का योगदान भी कम नहीं आंका जा सकता है. पीएम मोदी ने राज्य में करीब 14 रैलियां की. पीएम मोदी ने हर रैली में सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का जिक्र किया और अपने काम पर वोट मांगा. वहीं गृहमंत्री अमित शाह ने चुनाव के लिए जो रणनीति बनाई. फिलहाल अब देखना यह होगा कि मध्य प्रदेश की कमान बीजेपी किसके हाथों में सौंपने वाली है. क्या फिर से शिवराज के सिर ताज सजेगा या बदलाव होगा.