रमजान का पाक महीना शुरू हो चुका है. इस महीने को इबादत का महीने कहते है. माना जाता है कि रमजान में की गई दुआ सीधे कुबूल होती है लेकिन अगर रमजान के नाम पर किसी की निजी जिंदगी में दखलंदाजी की जाए, तो ये किस हद तक सही है? कुछ ऐसा ही हुआ बॉलीवुड स्टार्स के साथ किसी के कपड़ों पर टिप्पणी की गई तो किसी के टीवी देखने पर उसके मज़हब पर ही सवाल उठा दिए गए. ऐसे में सवाल बस यही है, कि क्या रमज़ान में मस्ती मना है ?