एक डुबकी जीवन के समस्त पापों को पी जाती है, कल कल करती जलधारा जिंदगी देती है पल पल बहता पानी मोक्ष देती है और जिंदगी के साथ भी जिंदगी के बाद भी जो जगह हमेशा हिन्दुस्तानियों को अपने पास खींच लेती है. उसके अतीत पर लगा धब्बा अब हमेशा हमेशा के लिए धुल जाएगा. पांच सौ साल पहले मुगल शासक अकबर ने जिस प्रयागराज को दस्तावेजों में इलाहाबाद बना दिया था अब फिर से प्रयागराज हो जाएगा. वही प्रयागराज जो पीढ़ियों से हर किसी की जुबान पर चस्पा है.