Budget 2023: इस FM ने एक झटके में बदला था आजादी से पहले का न‍ियम, व‍िरोध‍ियों ने भी बजाई थी ताली
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Budget 2023: इस FM ने एक झटके में बदला था आजादी से पहले का न‍ियम, व‍िरोध‍ियों ने भी बजाई थी ताली

Budget Facts: व‍ित्‍त मंत्री की तरफ से 11 बजे संसद में बजट पेश क‍िया जाएगा. लेक‍िन यद‍ि आप दो दशक पीछे मुड़कर देखेंगे तो केंद्रीय बजट संसद में शाम के समय पेश किया जाता था.

Budget 2023: इस FM ने एक झटके में बदला था आजादी से पहले का न‍ियम, व‍िरोध‍ियों ने भी बजाई थी ताली

Union Budget 2023: व‍ित्‍त मंत्री इस बार पांचवी बार आम बजट पेश करने जा रही हैं. यह अपने आप में एक र‍िकॉर्ड होगा जब कोई मह‍िला व‍ित्‍त मंत्री लगातार पांचवी बार देश का आम बजट पेश करेंगी. व‍ित्‍त मंत्री की तरफ से 11 बजे संसद में बजट पेश क‍िया जाएगा. लेक‍िन यद‍ि आप दो दशक पीछे मुड़कर देखेंगे तो केंद्रीय बजट संसद में शाम के समय पेश किया जाता था. आपके ल‍िए यह जानना कम द‍िलचस्‍प नहीं होगा क‍ि केंद्रीय बजट को शाम के समय क्यों पेश किया जाता था और अब इसे 11 बजे क्यों पेश किया जाता है?

यूपीए ने भी न‍िभाई यही परंपरा
शाम 5 बजे बजट पेश करने की परंपरा को 2001 की एनडीए सरकार में तत्कालीन वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने बदला था. उन्‍होंने ही पहली बार 2001 में सुबह 11 बजे बजट पेश क‍िया था. उसके बाद हर साल बजट को सुबह 11 बजे पेश किया जाता है. बाद में इस परंपरा को यूपीए के शासनकाल में भी न‍िभाया गया. दरअसल, शाम के समय बजट पेश करने की परंपरा देश में अंग्रेजों के जमाने से चली आ रही थी. इस समय बजट पेश करने का मुख्‍य कारण था ब्र‍िटेन का बजट.

इसल‍िए शाम में पेश होता था बजट
दरअसल, ब्रिटेन में बजट सुबह 11.00 बजे पेश किया जाता था, इसमें भारत के लिए भी बजट शामिल होता था. शाम 5 बजे का समय चुनने के पीछे कारण था क‍ि ब्रिटेन में उस समय 11.30 बज रहे होते थे. इस तरह ब्रिटिश सरकार की तरफ से शुरू की गई परंपरा को आजादी के बाद भी न‍िभाया गया. बाद में इसमें यशवंत सिन्हा ने 2001 में बदलाव किया.

आम बजट में ही शामिल हुआ रेल बजट
बाद में मोदी सरकार ने हर साल 28 फरवरी को पेश होने वाले आम बजट को एक फरवरी को पेश करना शुरू क‍िया. इसके अलावा उन्‍होंने अंग्रेजों के जमाने से चली आ रही एक और परंपरा बदली. सरकार ने अलग पेश होने वाले रेल बजट को भी आम बजट में ही शामिल कर दिया. रेल बजट को अलग से पेश करने की परंपरा खत्म करने का सुझाव तत्‍कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने दिया था.

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