टीचर को स्टूडेंट ने पास होने के लिए दिए इतने पैसे, IPS ऑफिसर ने फोटो शेयर कर लिखी ऐसी बात
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टीचर को स्टूडेंट ने पास होने के लिए दिए इतने पैसे, IPS ऑफिसर ने फोटो शेयर कर लिखी ऐसी बात

Bribe Teacher By Student: आईपीएस अधिकारी ने ट्विटर पर शेयर किया कि छात्र पेपर चेकर्स को रिश्वत देने की भी कोशिश कर रहे हैं. भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी अरुण बोथरा ने एक टीचर द्वारा उन्हें भेजे गए नोटों की एक तस्वीर शेयर की.

 

टीचर को स्टूडेंट ने पास होने के लिए दिए इतने पैसे, IPS ऑफिसर ने फोटो शेयर कर लिखी ऐसी बात

IPS Officer Tweet Viral: महत्वपूर्ण परीक्षाओं को पास करने के लिए छात्र नकल करने के लिए तरह-तरह के तरीके अपनाते हैं. हालांकि, एक चिंताजनक पोस्ट में एक आईपीएस अधिकारी ने शेयर किया कि छात्र पेपर चेकर्स को रिश्वत देने की भी कोशिश कर रहे हैं. भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी अरुण बोथरा (@arunbothra) ने एक टीचर द्वारा उन्हें भेजे गए नोटों के गुच्छा की एक तस्वीर शेयर की. आईएएस ऑफिसर अरुण बोथरा ने लिखा, “ये नोट छात्रों द्वारा उन्हें उत्तीर्ण अंक देने के अनुरोध के साथ बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं के अंदर रखे गए थे. हमारे छात्रों, शिक्षकों और संपूर्ण शैक्षिक प्रणाली के बारे में बहुत कुछ बताता है.”

स्टूडेंट ने आंसर सीट में टीचर के लिए लगाए नोट

इस पोस्ट ने कई लोगों को भारत में नैतिकता और शिक्षा की स्थिति पर चिंता व्यक्त करने के लिए प्रेरित किया. आईएएस ऑफिसर अरुण बोथरा की पोस्ट पर कमेंट करते हुए एक एक्स यूजर ने लिखा, “ये छात्र मीडिया में रिश्वतखोरी की बहुत सारी खबरें देखते हैं कि कई सरकारी कार्यालयों में 'कैश' कैसे काम करता है. नकदी के बदले काम कैसे हो जाता है. इससे रिश्वतखोरी की सिस्टम और इसकी प्रभावशीलता में विश्वास पैदा होता है! तो उन्होंने ऐसा प्रयास किया होगा."

 

 

पोस्ट पर लोगों ने दिए कुछ ऐसे रिएक्शन

एक अन्य व्यक्ति ने लिखा, “यह सीधे तौर पर एजुकेशनल सिस्टम से संबंधित नहीं है. उनमें से ज्यादातर या तो लड़कियां हैं या दूरदराज के इलाकों से आए छात्र हैं जो बस अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करना चाहते हैं. हालांकि, तथ्य यह है कि वे इस शिक्षा के माध्यम से अपना भविष्य नहीं देखते हैं." कई लोगों ने ऐसे ही उदाहरण शेयर किए जहां छात्रों ने उत्तर पुस्तिकाओं के अंदर पैसे रखे. एक रिटार्ड टीचर ने कहा, “पेपर सुधार के दिनों में मेरे साथ कम से कम तीन बार ऐसा हुआ. सहकर्मियों को भी 20 साल पहले से ऐसे मिल रहे हैं. पैसे के साथ आमतौर पर परीक्षा के सवालों के जवाब के बजाय एक दुखद कहानी सुनाई जाती है. कहने की जरूरत नहीं है कि ऐसे छात्र आमतौर पर असफल हो जाते हैं.”

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