भारत के इन साउथ इंडियन सिटीज ने विदेशियों को किया अट्रैक्ट, जमकर आ रहे टूरिस्ट; जानें क्यों?
Advertisement
trendingNow12554055

भारत के इन साउथ इंडियन सिटीज ने विदेशियों को किया अट्रैक्ट, जमकर आ रहे टूरिस्ट; जानें क्यों?

South Indian Travel Destination: साल के अंतिम तीन महीने अक्टूबर से दिसंबर के दौरान भारत में आध्यात्मिक यात्रा के लिए घरेलू और इंटरनेशनल टूरिस्ट की रुचि में बढ़ोतरी देखी गई है. यह जानकारी डिजिटल ट्रेवल प्लेटफॉर्म अगोडा द्वारा शेयर किए गए हालिया डेटा से सामने आई है.

 

भारत के इन साउथ इंडियन सिटीज ने विदेशियों को किया अट्रैक्ट, जमकर आ रहे टूरिस्ट; जानें क्यों?

India’s Spiritual Destinations: साल के अंतिम तीन महीने अक्टूबर से दिसंबर के दौरान भारत में आध्यात्मिक यात्रा के लिए घरेलू और इंटरनेशनल टूरिस्ट की रुचि में बढ़ोतरी देखी गई है. यह जानकारी डिजिटल ट्रेवल प्लेटफॉर्म अगोडा द्वारा शेयर किए गए हालिया डेटा से सामने आई है. अगोडा के आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि में भारत के प्रमुख आध्यात्मिक स्थलों के लिए किए गए सर्च में बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जो भारत के सांस्कृतिक और धार्मिक स्थलों की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है. 2023 की तुलना में, 2024 में इन स्थानों के लिए घरेलू सर्च में 10% और इंटरनेशनल सर्च में 4% की ग्रोथ हुई है.

यह भी पढ़ें: एक मछुआरे ने खोज निकाला सैकड़ों साल पुराना जमीन में गड़ा हुआ "मिनी टैबलेट"

घरेलू यात्रियों के लिए प्रमुख आध्यात्मिक स्थल

अगोडा के आंकड़े बताते हैं कि बेंगलुरु, हैदराबाद और चेन्नई, भारत के दक्षिणी हिस्से में स्थित प्रमुख आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्रों के रूप में उभरे हैं. "गार्डन सिटी" कहा जाने वाला बेंगलुरु एक आध्यात्मिक हृदय स्थल के रूप में अपनी पहचान बना चुका है. वहीं, हैदराबाद को "पर्ल सिटी" के नाम से भी जाना जाता है, अपनी आध्यात्मिक धरोहर के कारण टूरिस्ट को आकर्षित कर रहा है. चेन्नई भी इस दौरान आध्यात्मिक यात्रियों के बीच एक लोकप्रिय डेस्टिनेशन बन गया है. इन शहरों में आध्यात्मिक शांति और सांस्कृतिक समृद्धि का अद्भुत मिश्रण देखने को मिलता है, जिससे ये स्थल तीर्थयात्रियों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हैं.

अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए प्रमुख स्थलों में कोच्चि और वाराणसी

अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए कोच्चि और वाराणसी प्रमुख आध्यात्मिक स्थलों के रूप में उभरे हैं. इन दोनों स्थलों की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और धार्मिक महत्ता उन्हें विदेशों से आने वाले यात्रियों के लिए आकर्षक बनाती है. वाराणसी की गंगा नदी के घाट और वहां की प्राचीन धार्मिक परंपराएं विश्वभर से श्रद्धालुओं को खींचती हैं. वहीं, कोच्चि का ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्व इसे दक्षिण भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक बनाता है.

अगोडा के आंकड़ों के मुताबिक, इस ग्रोथ में विशेष रूप से अमेरिका, सिंगापुर, जापान और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों के यात्री शामिल हैं, जो भारत की आध्यात्मिकता और संस्कृति के अनोखे मिश्रण को अनुभव करने के लिए आकर्षित हो रहे हैं.

यह भी पढ़ें: क्या फिर से स्कूल जाने की है ख्वाहिश? ये कंपनी फिर से याद दिलाएगा आपका बचपन

आध्यात्मिक यात्रा में बढ़ती रुचि पर टिप्पणी

अगोडा के सीनियर कंट्री डायरेक्टर कृष्ण राठी ने इस बढ़ते ट्रेंड पर कहा, "साल के अंत में आने वाला त्योहारों का मौसम भारत की समृद्ध आध्यात्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं से जुड़ने का एक बेहतरीन अवसर प्रदान करता है. देशभर में आध्यात्मिक स्थलों के प्रति बढ़ती रुचि यह दर्शाती है कि पर्यटक अब अधिक समृद्ध और सांस्कृतिक रूप से इमर्सिव अनुभवों की तलाश कर रहे हैं."

TAGS

Trending news