सावधान! हैकर्स ने शातिर चाल से किया इन Smartphones को हैक, जानकर आप भी खा जाएंगे खौफ
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सावधान! हैकर्स ने शातिर चाल से किया इन Smartphones को हैक, जानकर आप भी खा जाएंगे खौफ

Smartphones being Hacked: आपको जानकर हैरानी होगी कि पिछले दिनों में एक नए स्पाइवेयर (Spyware) ने तमाम एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स (Android Smartphones) और ऐप्पल आईफोन (Apple iPhones) को हैक (Hack) कर लिया है. आइए इस बारे में और जानते हैं..

 

Photo Credit: Certo Software

Apple and Android Smartphones Hacked Google Reports: स्मार्टफोन्स का हैक (Smartphone Hacking) आज एक आम बात हो गई है. कुछ समय पहले ही गूगल (Google) ने यह जानकारी दी है कि कई देशों में तमाम एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स (Android Smartphones) और ऐप्पल के आईफोन (Apple iPhones) हैक हो रहे हैं. आइए जानते हैं कि ये स्मार्टफोन्स कैसे हैक हुए हैं और इसके पीछे कौन और क्या कारण हो सकता है.. 

हैक हो रहे हैं Apple और Android स्मार्टफोन्स 

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 23 जून को गूगल (Google) ने एक रिपोर्ट में यह खुलासा किया है कि इटली की एक कंपनी के हैकिंग टूल्स का इस्तेमाल तमाम एंड्रॉयड और ऐप्पल स्मार्टफोन्स को हैक करने और उनकी जासूसी करने के लिए इस्तेमाल किया गया है. रिपोर्ट में यह बताया गया है कि मिलान में स्थित RCS Lab ने टारगेट डिवाइस के प्राइवेट मैसेज को पढ़ने और कॉन्टैक्ट्स की जासूसी करने के लिए टूल तैयार किए. इस लैब की वेबसाइट का यह दावा है कि यूरोप की कानून प्रवर्तन एजेंसियां (European Law Enforcement Agencies) भी इनके मुवक्किल (Clients) हैं. 

Google ने दी खौफनाक जानकारी 

आपको बता दें कि गूगल (Google) ने अपनी रिपोर्ट में कुछ खौफनाक खुलासे किए हैं. रिपोर्ट का यह कहना है कि इस तरह के लैब और कंपनियां इन खतरनाक हैकिंग टूल्स का प्रसार कर रहे हैं और सरकारों को एक खतरनाक हथियार दे रहे हैं जो वो आमतौर पर खुद नहीं तैयार कर सकती हैं. आपको बता दें कि फिलहाल इन एंड्रॉयड और ऐप्पल स्मार्टफोन्स की हैकिंग के मामले इटली (Italy) और कजाखस्तान (Kazakhstan) में देखे गए हैं. 

गूगल ने उठाए जरूरी कदम 

गूगल का यह कहना है कि उन्होंने अपने एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम के यूजर्स को सुरक्षित रखने की ओर कुछ ठोस कदम बढ़ाए हैं और उन्हें इस खतरनाक स्पाइवेयर के बारे में सतर्क भी कर दिया है. आपको बता दें कि पेगासस (Pegasus) के बाद से सरकारों के लिए जासूसी करने हेतु बनने वाले हैकिंग टूल्स की संख्या काफी बढ़ गई है.

ये नया स्पाइवेयर उतना खतरनाक न हो लेकिन लोगों के मैसेज पढ़ सकता है और पासवर्ड भी देख सकता है.

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