Elon Musk की 'तानाशाही' का शिकार हुई महिला कर्मचारी! नौकरी से निकाला तो जमकर काटा बवाल
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Elon Musk की 'तानाशाही' का शिकार हुई महिला कर्मचारी! नौकरी से निकाला तो जमकर काटा बवाल

Elon Musk ने ईमेल के जरिए महिला को जॉब से निकाला तो वो गुस्से में कोर्ट पहुंच गई. उसने फिर जॉब पाने की गुहार लगाई. कोर्ट ने महिला की दलील सुनी और ट्विटर से यह बात कही...

 

Elon Musk की 'तानाशाही' का शिकार हुई महिला कर्मचारी! नौकरी से निकाला तो जमकर काटा बवाल

Elon Musk ट्विटर के मालिक बनने के बाद कई बड़े फैसले ले रहे हैं. ट्विटर के 50 परसेंट कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाने के बाद अब वो कर्मचारियों के प्रति और सख्त हो गए हैं. उन्होंने कर्मचारियों का वर्क फ्रॉम होम खत्म कर दिया है और ज्यादा काम करने के लिए कहा है. जिस तरह उन्होंने कर्मचारियों से काम करने को कहा है, उसको देखते हुए कई कर्मचारियों ने खुद से इस्तीफा दे दिया है. वहीं कुछ लोग हैं, जिनकी मेल आईडी बंद कर दी गई और बाहर का रास्ता दिखा दिया. आयरलैंड की एक पूर्व कर्मचारी को ट्विटर ने निकाला तो वो आयरिश हाई कोर्ट पहुंच गईं और अपनी नौकरी बचा ली. 

जॉब से निकाला तो पहुंची अदालत

ट्विटर की ग्लोबल वाइस प्रेसिडेंट ऑफ पॉलिसी सिनैड मैकस्वीनी ने अदालत को बताया कि उन्होंने ट्विटर के नए मालिक एलन मस्क द्वारा अधिकृत एक सामान्य ईमेल का जवाब नहीं देकर तकनीकी रूप से अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया है. बता दें, 16 नवंबर को ईमेल ने ट्विटर के कर्मचारियों को कंपनी में नए नियमों के तहत काम करने का ऑप्शन दिया. ईमेल में कहा गया कि वो ट्विटर का हिस्सा बना रहना चाहते हैं तो उनको मेल का जवाब हां में करना था.

मेल का नहीं दिया हां में जवाब

द आयरिश टाइम्स की खबर के मुताबिक, सिनैड मैकस्वीनी ने हां इसलिए नहीं लिखा क्योंकि कॉन्ट्रेक्चुअल एंटाइटलमेंट को लेकर कई सवाल थे. जैसे ही उन्होंने ईमेल को नजरअंदाज किया तो ट्विटर ने उनकी सिस्टम आईडी, ईमेल और ऑफिस में आने से रोक लगा दी. उसने दावा किया कि ट्विटर ने उसे अपमानित किया जैसे कि वह कभी कंपनी का हिस्सा नहीं थी. दो दिन बाद यानी 18 नवंबर को उनको उनके 'वॉलेंटरी रिजाइन' की पुष्टि करने वाला एक ईमेल प्राप्त हुआ.

अदालत ने ट्विटर से कही यह बात

सिनैड मैकस्वीनी विधवा हैं और एक टीनेजर बच्चे की मां हैं, ऐसे में आयरिश हाई कोर्ट ने महिला की दलील को स्वीकार किया. अदालत ने ट्विटर से ट्विटर के सिस्टम तक उसकी पहुंच को बहाल करने के लिए कहा जैसे कि वह अभी भी कंपनी का हिस्सा है. हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि वह फुल टाइम वर्कर हैं और मैकस्वीनी को अपनी स्थिति पर फिर से बातचीत करनी होगी. यह मामला फिर अदालत में जाएगा.

सिनैड मैकस्वीनी ने कोर्ट में बताया कि मस्क कंपनी को 'अपरंपरागत तरीके से' चला रहे हैं और लगातार लोगों को निकाल रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि जैसा कि मेल पर मांग की गई थीं, वो ज्यादा देर तक काम करने के लिए तैयार हैं, लेकिन इंडिटरमिनेबल एक्सपेक्टेशन के लिए तैयार नहीं है.

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