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किडनी की बीमारी सबसे खतरनाक मानी जाती है. किडनी की बिमारी ऐसी है कि यह ठीक नहीं हो सकती. या तो इसको ट्रांसप्लाट कराना पड़ता है या फिर डायलेसिस कराकर कुछ दिनों तक जीवित रहा जा सकता है. किडनी की बीमारी का अहम कारण खराब पानी होता है. ऐसे में समझदारी है कि आप ऐसा डिवाइस खरीदें, जिससे आप पानी का क्वालिटी चेक कर सकें. घरों में काफी हार्ड वॉटर सप्लाई हो रहा है, जिससे किडनी की बीमारी बढ़ती जा रही है.
इस डिवाइस से करें पानी पीने लायक है या नहीं
पानी में कई पदार्थ होते हैं. इसमें सबसे ज्यादा नुकसानदायक कार्बनिक पदार्थ होते हैं जो कि, कैल्शियम, मैग्नीशियम और सोडियम हैं. अगर इनकी मात्रा कम है तो किडनी खराब होने की संभावना होती है. उधाहरण के तौर पर बता दें कि छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में सुपेबेड़ा एक गांव है, जहां हर घर में एक से दो किडनी के मरीज हैं. इसका कारण है खराब पानी. पानी चेक करने वाले डिवाइस का नाम TDS Meter है. यह पोर्टेबल है और इसको आसानी से जेब में रखकर घूमा जा सकता है. चलाने के लिए बिजली की भी जरूरत नहीं होती, यह सेल या फिर चार्जेबल के साथ आती है.
200 रुपये से कम में TDS Meter
मार्केट में कई कंपनियों के TDS Meter आते हैं. इसे मार्केट या फिर ऑनलाइन खरीद सकते हैं. अमेजन इंडिया पर IONIX TDS मीटर केवल 189 रुपये में खरीदा जा सकता है और इसकी डिलीवरी 7 दिनों में आपके घर हो जाएगी.
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक, प्रति लीटर पानी में TDS की मात्रा 300 मिलीग्राम से कम होनी चाहिए. अगर एक लीटर पानी में 300 मिलीग्राम से 600 मिलीग्राम तक TDS हो तो पानी को पिया जा सकता है. अगर मात्रा 900 मिलीग्राम से ज्यादा है तो पानी पीने योग्य नहीं है.
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