India-Nepal Border: नेपाल के रास्ते भारत में घुसी पाकिस्तानी सीमा हैदर, जानें क्यों संवेदनशील है ये ओपन बॉर्डर
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India-Nepal Border: नेपाल के रास्ते भारत में घुसी पाकिस्तानी सीमा हैदर, जानें क्यों संवेदनशील है ये ओपन बॉर्डर

India Nepal open border: नेपाल के पूर्व पीएम के पी शर्मा ओली (K P Sharma Oli) ने भारत के साथ खुली सीमा पर सतर्कता बढ़ाने की बात करते हुए कहा, ‘दोनों देशों के लोगों को हमारे बीच मौजूद खुली सीमा से लाभ होना चाहिए, लेकिन साथ ही, हमें सावधान रहना चाहिए कि अवांछित तत्व खुली सीमा का दुरुपयोग न करें.’

India-Nepal Border: नेपाल के रास्ते भारत में घुसी पाकिस्तानी सीमा हैदर, जानें क्यों संवेदनशील है ये ओपन बॉर्डर

Misuse of India Nepal open border: नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली ने कहा कि नेपाल और भारत के लोगों को दोनों देशों के बीच मौजूद खुली सीमा का फायदा मिलना चाहिए, इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा, ‘अवांछित तत्वों द्वारा ओपन बॉर्डर का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए.' नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री ने भारत के साथ खुली सीमा पर सतर्कता बढ़ाने की बात करते हुए ओली ने कहा, हमें सावधान रहना चाहिए कि कोई भी अवांछित तत्व खुली सीमा का दुरुपयोग न करें.

गौरतलब है कि कुछ समय पहले ही पाकिस्तान की सीमा हैदर अवैध तरीके से नेपाल बॉर्डर पार करके भारत पहुंची. चार बच्चों के साथ भारत आई सीमा लगातार देशभर की सुर्खियों में है, लेकिन इसके साथ ही ये बात भी हो रही है कि आखिर कैसे नेपाल का बॉर्डर आतंकियों से लेकर घुसपैठियों के लिए भारत में घुसने का आसान रास्ता बना हुआ है?

भारत और नेपाल को जोड़ते हैं ये बॉर्डर

सूत्रों के हवाले से कुछ समय पहले जानकारी आई थी कि सीमा ने नेपाल से भारत को जोड़ने वाले 8 बॉर्डरों की जानकारी जुटाई थी, ताकि वह सुरक्षित भारत में दाखिल हो सके. चूंकि मामला पाकिस्तान से जुड़ा है, इसलिए सुरक्षा एजेंसियां इसको लेकर अभी तक गहन पड़ताल में जुटी हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सीमा हैदर ने जिन 8 बॉर्डर की जानकारी जुटाई थी उनमें सुनौली, बनबसा, रक्सौल, सिद्धार्थ नगर, सीतामणी, काकड़ भिट्टा, जोगबनी और सिलीगुड़ी शामिल हैं. ये वो बॉर्डर हैं जहां नेपाल से जाने वाली बसों को रोककर चेकिंग की जाती है.

जानें क्यों संवेदनशील है ये ओपन बॉर्डर?

दरअसल यूएस स्टेट डिपार्टमेंट ने 2018 में एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें दावा किया गया कि भारत-नेपाल की खुली सीमा जासूसों की एंट्री के लिए सबसे पसंदीदा बॉर्डर बन चुका है. देश में जब भी कोई बड़ा अपराधी यूपी-बिहार की ओर भागता है तब भी यही अनुमान लगाया जा रहा था कि शायद वो नेपाल भाग गया हो. वहीं कंट्री रिपोर्ट ऑन टैररिज्म के मुताबिक, भारत के खिलाफ कई चरमपंथी ताकतें काम कर रही हैं, जो इस सीमा का भरपूर इस्तेमाल करती हैं.

भारत के 5 राज्य, यूपी, उत्तराखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल और सिक्किम नेपाल से सटे हैं. इस तरह भारत -नेपाल सैकड़ों किलोमीटर सीमा साझा करते हैं. इसमें एक बड़ा हिस्सा वो है, जिसे दोनों देशों की सरकारों ने ओपन बॉर्डर घोषित कर रखा है. आपको बताते चलें कि 1950 में एक ओपन बॉर्डर संधि हुई थी. इस इंटरनेशनल संधि के तहत ये हिस्सा आज भी खुला हैं यहां वैसी सुरक्षा नहीं है जैसी LOC या LAC में होती है. दोनों तरफ लोग बेधड़क घूमते हैं. यही इस ओपन बॉर्डर पर मंडरा रहे सिक्योरिटी थ्रेट की सबसे बड़ी वजह है. नेपाल और भारत के बीच जो ऐतिहासिक संबंध हैं. ये रिश्ते साझा इतिहास, संस्कृति, धर्म एवं सामाजिक मूल्यों से पोषित हैं. यही वजह है कि नेपाल के पूर्व पीएम ओली ने इस सीमा पर मंडरा रहे खतरे को देखते हुए चिंता जताई है.

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