Nuclear Bomb Explosion: आप इस कल्पना मात्र से डर सकते हैं कि अगर गलती से परमाणु हथियारों में विस्फोट हो तो विनाश का स्तर क्या होगा. आप हैरान हो सकते हैं न्यूक्लियर हथियारों के ढेर पर बैठी दुनिया का क्या होगा यदि परमाणु हथियारों में आकस्मिक विस्फोेट हो जाए. यहां हम इस विषय पर गहराई से बात करेंगे क्या यह संभव है.
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Nuclear Detonation: जापान के हिरोशिमा और नागाशाकी पर अमेरिका ने 1945 में परमाणु बम से हमला किया था और उसका असर आज भी नजर आता है. यह बहस का विषय हो सकता है कि क्या अमेरिका के लिए ऐसा करना जरूरी था या सिर्फ एक देश की सनक ने ना सिर्फ दूसरे देश को आर्थिक तौर पर तबाह कर दिया बल्कि मानव समाज के माथे पर दाग लगा गया. जैसा कि हम सब जानते हैं कि परमाणु बम में असीमित मात्रा में ऊर्जा निकलती है जो सब कुछ जलाकर भस्म कर देती है. यहां हम बात करेंगे कि अगर परमाणु हथियारों में एकाएक विस्फोट हो जाए तो उसको रोकने का तरीका क्या है. इससे पहले बात करेंगे कि किस देश के पास कितना परमाणु हथियार है.
दुनिया के 9 देशों के पास 13 हजार एटम बम
आर्म्स कंट्रोल एसोसिएशन के अनुसार, दुनिया के नौ परमाणु देशों - चीन, फ्रांस, भारत, इजराइल, उत्तर कोरिया, पाकिस्तान, रूस, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका के पास लगभग 13,000 परमाणु हथियारों का भंडार है. इससे कुछ स्पष्ट प्रश्न उठते हैं. जैसे आकस्मिक विस्फोट की संभावना क्या है. यह सुनिश्चित करने के लिए क्या उपाय किए गए हैं कि वे अनजाने में विस्फोट न करें. शुरुआती दौर में परमाणु हथियार नाजुक या अस्थिर थे जिनमें खुद ब खुद विस्फोट की संभावना अधिक थी लेकिन आधुनिक परमाणु हथियार सावधानीपूर्वक उच्च स्तर की सुरक्षा, सुरक्षा और विश्वसनीयता के साथ डिजाइन किए गए हैं.
एटॉमिक सिस्टम में चेक-बैलेंस की व्यवस्था
मिडिलबरी इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज में एसोशिएट प्रोफेसर ब्लेक कहते हैं कि आकस्मिक विस्फोट की संभावन बेहद कम है. सामान्य वातावरण में एक अमेरिकी परमाणु हथियार के समय से पहले विस्फोट होने की संभावना एक अरब में से एक से अधिक नहीं है. असामान्य वातावरण में यह लाखों में से एक है. ब्लेक के अनुसार असामान्य वातावरण में उस स्थान पर आग लगना, जहां परमाणु हथियार संग्रहीत है, या परमाणु हथियार ले जा रहे विमान का दुर्घटनाग्रस्त होना शामिल है. उन्होंने कहा कि अतीत में इस तरह के हालात का सामना करना पड़ा था लेकिन परमाणु हथियारों में विस्फोट नहीं हुआ था.
आकस्मिक विस्फोट की संभावना बेहद कम
हथियारों को एक-बिंदु सुरक्षित के लिए डिजाइन किया गया है. ब्लेक ने कहा इसलिए यदि किसी हथियार का एक भी विस्फोटक घटक गलती से विस्फोटित हो जाता है, तो चार किलोटन से अधिक परमाणु उपज की संभावना दस लाख में से एक से अधिक नहीं होनी चाहिए. एक बिंदु के रूप में हिरोशिमा पर गिराया गया बम 15 किलोटन का था. यह पुख्ता करने के लिए कि परमाणु बमों में किसी भी प्रकार की दुर्घटना या घटना के बाद विस्फोट होने की संभावना एक अरब में से केवल एक होती है अमेरिकी ऊर्जा विभाग का आदेश है कि इन हथियारों में मजबूत लिंक, कमजोर लिंक और आपस में एक दूसरे पर लगाम लगाने की व्यवस्था हो ताकि कोई हादसा ना हो. इससे पता चलता है कि हथियार की विभिन्न उपप्रणालियां एक दूसरे से स्वतंत्र हैं. अमेरिकी ऊर्जा विभाग के अनुसार, आकस्मिक विस्फोट से सुरक्षा, "केवल तभी संभव है जब प्रत्येक सुरक्षा उपप्रणाली के लिए विफलता मोड वास्तव में एक दूसरे से स्वतंत्र हों.