सानिया मिर्जा को अपने करियर के आखिरी ग्रैंडस्लैम मैच में हार का सामना करना पड़ा. सानिया मिर्जा और रोहना बोपन्ना की भारतीय जोड़ी को ऑस्ट्रेलियन ओपन 2022 के मिक्स्ड डबल्स में ब्राजील की जोड़ी ने हराया.
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Australian Open Sania Mirza: सानिया मिर्जा की गिनती भारत की महान टेनिस खिलाड़ियों में होती है, लेकिन उन्हें अपने करियर के आखिरी ग्रैंडस्लैम में हारकर विदाई लेनी पड़ी. ऑस्ट्रेलियन ओपन 2023 के मिक्सड डबल्स में सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना की जोड़ी की ब्राजील की Luisa Stefani और Rafael Matos ने 7-6 और 6-2 से हरा दिया. सानिया का ये आखिरी ग्रैंडस्लैम है. उन्होंने ऐलान किया था कि यूएई में WTA 1000 चैंपियनशिप खेलकर टेनिस को अलविदा कहेंगी.
सानिया को मिली हार
सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना की जोड़ी को पहले सेट में कड़ी टक्कर देने के बावजूद हार मिली. भारतीय जोड़ी को ब्राजील की Luisa Stefani और Rafael Matos जोड़ी ने पहले सेट में 6-7 हारकर पहला सेट गंवाना पड़ा. वहीं, दूसरे सेट में 6-2 से हार का सामना करना पड़ा और इसी के साथ मुकाबला भी गंवा दिया.
सानिया मिर्जा का सपना टूटा
इस तरह से सानिया का अपने ग्रैंडस्लैम करियर का अंत खिताब के साथ करने का सपना पूरा नहीं हो पाया. उन्होंने अपने करियर में छह ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं. सानिया ने अपने करियर में तीन महिला युगल और इतने ही मिश्रित युगल ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं. उसमें ऑस्ट्रेलियन ओपन 2009, फेंच ओपन 2012 और यूएस ओपन 2014 के खिताब शामिल हैं.
सानिया 2022 में ही संन्यास लेना चाहती थीं, लेकिन चोट की वजह से आखिरी में यूएस ओपन नहीं खेल सकी थीं.
मैच के बाद भावुक हुईं सानिया
सानिया मैच के बाद भावुक हो गई और बमुश्किल अपने आंसू थाम पाईं. उन्होंने कहा, ‘अगर मैं रोती हूं तो यह खुशी के आंसू होंगे. मुझे अभी दो और टूर्नामेंट में हिस्सा लेना है, लेकिन मेरे पेशेवर करियर की शुरुआत मेलबर्न से हुई थी.’
सानिया मिर्जा ने कहा, ‘मैंने 2005 में 18 साल की उम्र में यहां शुरुआत की थी और तब मैं सेरेना विलियम्स के खिलाफ खेली थी. मुझे यहां बार-बार आने और कुछ टूर्नामेंट में जीत दर्ज करने का सौभाग्य मिला और मैंने यहां कुछ अच्छे फाइनल खेले.’
उन्होंने कहा, ‘रॉड लेवर एरेना निश्चित तौर पर मेरी जिंदगी में विशेष स्थान रखता है तथा अपने ग्रैंडस्लैम करियर का अंत करने के लिए इससे बढ़िया स्थान कोई नहीं हो सकता.’ उनके बेटे इजहान और परिवार के अन्य सदस्यों की उपस्थिति ने इस मौके को खास बना दिया था.
बेटे के सामने खेला आखिरी ग्रैंडस्लैम
सानिया ने कहा, ‘मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं अपने बेटे के सामने ग्रैंडस्लैम फाइनल खेलूंगी, इसलिए यह मेरे लिए खास है. मेरा चार साल का बेटा यहां है और मेरे माता-पिता यहां हैं. रोहन की पत्नी, मेरा ट्रेनर और मेरा परिवार ऑस्ट्रेलिया में है, जिससे मुझे यहां घर जैसा माहौल लग रहा है.’
(इनपुट: भाषा)
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