भारतीय ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी को आज का दिन हमेशा याद रहेगा. मेलबर्न के ऐतिहासिक मैदान पर मुश्किल में फंसी टीम इंडिया के लिए अपने चौथे ही टेस्ट मैच में 8वें नंबर पर बैटिंग करते हुए पहला शतक. उन्होंने जो किया वो वाकई काबिले तारीफ है.
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Nitish Reddy Video: भारत के युवा ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट के तीसरे दिन मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर यादगार पारी खेली. उन्होंने इस मैदान पर टेस्ट क्रिकेट का अपना पहला शतक पूरा किया. अपना चौथा ही टेस्ट मैच खेल रहे 21 साल के नीतीश तब बैटिंग करने आए थे, जब भारतीय टीम के 250 रन के अंदर ही सात बल्लेबाज आउट हो चुके थे. आठवें नंबर पर बैटिंग करते हुए उन्होंने न सिर्फ शतक लगाया बल्कि भारत की मुकाबले में वापसी करा दी. अब बीसीसीआई ने एक बेहद ही भावुक वीडियो शेयर किया, जिसमें नीतीश अपने परिवारजनों से मिलते नजर आ रहे हैं. मां ने बेटे को देखते ही गले लगा दिया तो पिता के आंसू ही नहीं रुके.
जब मम्मी-पापा से मिले नीतीश
BCCI ने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें नीतीश रेड्डी अपने परिवार से मिलते नजर आ रहे हैं उनकी मां गर्व से अभिभूत थीं और अपने बेटे को गले लगाते हुए इमोशनल दिखीं. पिता मुतायला जैसे ही नीतीश के गले लगे तो उनके आंसू नहीं रुके. नीतीश की बहन ने अपने भाई के दृढ़ संकल्प के लिए खुशी और प्रशंसा व्यक्त की. जाहिर है परिवार के लिए यह बेहद ही खास और खुशी का लम्हा है.
— BCCI (@BCCI) December 28, 2024
नीतीश की पारी पर बोले पिता
नीतीश रेड्डी के पिता ने बेटे के क्रिकेट सपने को पूरा करने के लिए 2016 में हिंदुस्तान जिंक में अपनी नौकरी छोड़ दी थी. अब उनकी इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर पिता ने कहा, 'नीतीश ने आज वास्तव में अच्छा खेला. मुझे बहुत गर्व है. हमने बहुत संघर्ष किया है. हम भारतीय टीम के आभारी हैं.' नीतीश की बहन ने कहा, 'यह उनके लिए आसान यात्रा नहीं थी. मैं बस इतना कह सकती हूं कि हमें बहुत गर्व है और बहुत खुशी है. उसने जो कहा वह कर दिखाया.'
नीतीश ने खुद अक्सर अपने पिता के त्याग के बारे में बताया है और उन्हें अपने क्रिकेट के सफर का श्रेय पिता को ही दिया. उन्होंने बताया था, 'मेरे पिता ने मेरे लिए अपनी नौकरी छोड़ दी. कई रातों तक नींद नहीं आई और आर्थिक तंगी भी रही, लेकिन वे हमेशा मेरे साथ खड़े रहे.' बीसीसीआई द्वारा जारी एक वीडियो में नीतीश ने बताया, 'जब मैंने उन्हें (पिता) एक बार रोते हुए देखा, तो मैंने तय किया कि उन्हें गर्व महसूस कराने के लिए मुझे और मेहनत करनी होगी.'
नीतीश का यादगार शतक
नीतीश के शतक तक का सफर चुनौतियों से भरा रहा. जब वे अपने इस माइलस्टोन के करीब थे, तो स्कॉट बोलैंड की एक LBW अपील से बच गए. नीतीश की पारी जारी रहने पर एमसीजी के दर्शकों ने अपनी सांस रोक ली. कुछ ही क्षणों बाद उन्होंने बोलैंड की गेंद पर चौका लगाकर 171 गेंदों में अपना शतक पूरा किया. स्टेडियम में खुशी की लहर दौड़ गई और कैमरे ने उनके पिता की खुशी भी कैद हो गई. नीतीश के पिता का चेहरा बता रहा था कि वह बेटे की इस पारी से कितने खुश हैं.