World Athletics Championships 2023: वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023 के फाइनल में ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा के अलावा दो और भारतीय खिलाड़ियों ने अपनी जगह बनाई है.
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World Athletics Championships 2023 Final: हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023 आयोजित की जा रही है. ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा ने यहां पहले ही प्रयास में 88.77 मीटर का थ्रो फेंककर फाइनल में प्रवेश किया और इसके साथ ही पेरिस ओलंपिक 2024 के लिये भी क्वालीफाई कर लिया. चोपड़ा के साथ ही भारत के डीपी मनु (81.31 मीटर) और किशोर जेना (80.55 मीटर) ने भी फाइनल में जगह बना ली है. वर्ल्ड चैंपियनशिप में पहली बार किसी स्पर्धा के फाइनल में तीन भारतीय खिलाड़ी नजर आएंगे.
नीरज चोपड़ा ने फेंका करियर का चौथा बेस्ट थ्रो
तोक्यो ओलंपिक चैंपियन चोपड़ा ने करियर का चौथा बेस्ट थ्रो फेंका. वह क्वालीफिकेशन दौर में ग्रुप ए में थे. पेरिस ओलंपिक का क्वालीफाइंग मानक 85.50 मीटर था. क्वालीफाइंग विंडो एक जुलाई से खुली है. चोपड़ा ने पहले ही प्रयास में क्वालीफाई करने के बाद आगे कोई थ्रो नहीं फेंका. चोपड़ा का बेस्ट व्यक्तिगत थ्रो 89.94 मीटर है जो उन्होंने 30 जून 2022 को स्टॉकहोम डायमंड लीग में फेंका था. उन्होंने अमेरिका के यूजीन में 2022 वर्ल्ड चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था. बता दें फाइनल रविवार को होगा.
नीरज चोपड़ा ने फाइनल में पहुंचने के बाद दिया ये बयान
नीरज चोपड़ा ने कहा, 'अभ्यास के दौरान मुझे लगा कि मैं पहले ही थ्रो में यह कर सकता हूं. भाला फेंकते हुए अच्छा महसूस हुआ और नतीजा भी संतोषजनक था. मैं फाइनल के लिए ऊर्जा बचाने में सफल रहा क्योंकि मैंने 90 प्रतिशत प्रयास से ही यह थ्रो फेंका था. मैं निश्चित रूप से फाइनल में सर्वस्व दूंगा क्योंकि मैं वर्ल्ड चैंपियनशिप का गोल्ड मेडल भी जीतना चाहता हूं.'
इन भारतीय खिलाड़ियों पर भी रहेगी नजर
भारत के डीपी मनु 81.31 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो फेंककर ग्रुप में तीसरे और कुल छठे स्थान स्थान पर रहे. उन्होंने जुलाई में एशियाई चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था. जेना ग्रुप बी में पांचवें और कुल नौवें स्थान पर रहे. पहली बार वर्ल्ड चैंपियनशिप खेल रहे जेना का वीजा पहले दिल्ली में हंगरी के दूतावास ने खारिज कर दिया था लेकिन अगले दिन उन्हें वीजा मिल गया. भारतीय टीम के साथ गए एक कोच ने कहा, 'पहली बार वर्ल्ड चैंपियनशिप में तीन भारतीयों ने एक स्पर्धा के फाइनल में जगह बनाई है. भारतीय भालाफेंक के लिए यह ऐतिहासिक दिन है.'