Shani ki Sadesati Remedies: कहते हैं कि शनि देव अगर किसी पर रुष्ट हो जाएं तो फिर उसकी जिंदगी पटरी से उतरते देर नहीं लगती. इस वक्त 3 राशियों के जातक ऐसी ही परेशानियों से जूझ रहे हैं. वे शनि जयंती पर 19 मई को इससे मुक्ति के खास उपाय कर सकते हैं.
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What to do on Shani Jayanti 2023: पुराणों और शास्त्रों में शनि देव को न्याय का देवता कहा गया है. धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक सूर्यदेव उनके पिता और छाया उनकी माता हैं. हर वर्ष ज्येष्ठ माह की अमावस्या को उनका जन्मोत्सव मनाया जाता है. इस बार यह शनि जयंती 19 मई को आ रही है. कहते हैं कि शनि जयंती पर विधि विधान से उन की आराधना करने पर सारे संकट दूर हो जाते हैं और शनि की ढैय्या व साढ़ेसाती से भी मुक्ति मिल जाती है. अगर आप भी कुंडली में शनि दोष या शनि प्रकोप से पीड़ित चल रहे हैं तो आज हम इससे बचाव के कई उपाय बताने जा रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपने जीवन को खुशहाल बना सकते हैं.
इन 3 राशियों पर चल रही शनि की बुरी नजर
ज्योतिष शास्त्रियों के मुताबिक इस मकर, मीन और कुंभ राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है. इसके प्रभाव से उनके कोई भी काम सफल नहीं हो पा रहे हैं और उन्हें हर जगह नुकसान उठाना पड़ रहा है. उनके घर में बीमारियों ने भी अपना डेरा बनाया हुआ है. इस संकट से मुक्ति के लिए इन तीनों राशियों के जातकों को हनुमान चालीसा और बजरंग बाण का नियमित पाठ करना चाहिए. साथ ही भगवान शिव के मंदिर में पूजा-पाठ और दान आदि करना चाहिए.
शनि जयंती पर जरूर कर लें ये 3 उपाय
धार्मिक विद्वानों के अनुसार ऐसे जातक जिन पर शनि की ढैय्या या साढ़ेसाती चल रही हो, वे शनि जयंती वाले दिन उन्हें धतूरे के बीज अर्पित करें. भगवान शिव शनि देव के भी आराध्य देव हैं. इसलिए भोलेनाथ की आराधना करने से शनि देव भी प्रसन्न होते हैं और जातक को अपना आशीर्वाद देते हैं. इस उपाय से जातक के अटके हुए काम बनने लगते हैं और घर के सारे संकट दूर हो जाते हैं.
शनि मंदिर में रखें इस बात का ध्यान
जिन लोगों पर शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही हो, वे शनि जयंती वाले दिन मंदिर में जाकर शनि देव की आराधना करें. हालांकि इस दौरान वे इस बात का खास ख्याल रखें कि शनि देव की आंखों में न देखें. ऐसा करने से उन पर शनि देव की कुदृष्टि पड़ जाती है और घर में परेशानियों का दौर शुरू हो जाता है. इसके बजाय वे उनके चरणों को निहारें. इस दौरान उन्हें तेल के पत्र में अपनी छाया देखकर दान करना चाहिए.
इन चीजों से खुद को रखें दूर
ऐसे जातक जिन पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है, उन्हें मांस-मदिरा के सेवन से खुद को दूर रखना चाहिए. ऐसा न करने से शनि देव का क्रोध और भड़कता है और उसके प्रभाव का जातक का जीवन परेशानियों से घिर जाता है. इस तरह के लोगों को शनि जयंती पर काले कुत्ते, कौवे या काले सांड को भोजन करवाना चाहिए. ऐसा करने से शनि का क्रोध शांत होता है और वे प्रसन्न होकर जातक को आशीर्वाद देते हैं.