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Bhavishya Purana Tips: हिंदू धर्म में ग्रंथों का महत्वपूर्ण स्थान है. इन्हीं ग्रंथों में से एक है भविष्य पुराण. इस ग्रंथ में कई ऐसे उपायों का उल्लेख है, जो मनुष्य के जीवन में आ रही बाधाओं के साथ कष्टों को दूर करते हैं. आज हम सूर्य से जुड़े कुछ उपायों के बारे में बताएंगे, जिनका उल्लेख भविष्य पुराण में किया गया है. भविष्य पुराण बहुत ही पुराना धार्मिक ग्रंथ है. इस ग्रंथ में सूर्य पूजा से जुड़ी कई बातों का उल्लेख है. आइए आज हम विस्तार में जानेंगे कि सूर्य पूजा का क्या महत्व है और इससे जुड़े उपाय, जो व्यक्ति की कई परेशानियों को दूर कर सकती है.
जानें सूर्य पूजा का महत्व
सूर्य देव ही एक ऐसे भगवान है जो प्रत्यक्ष रूप में दिखाई देते हैं. यही वजह है कि सच्चे मन से की गई उनकी उपासना से वह भक्तों की मनोकामना को पूरी करते हैं.
जानें भविष्य पुराण से जुड़े सूर्य उपाय
पहले उपाय में व्यक्ति को सुबह उठकर स्नान करने के बाद तांबे के लोटे से सूर्य को अर्घ्य देना चिहए. इस जल में चावल और फूल को भी मिला सकते हैं. अर्घ्य देते समय सूर्य मंत्र का भी जाप कर सकते हैं. इस उपाय से व्यक्ति को शक्ति और बुद्धि की प्राप्ति तो होती ही है साथ ही सेहत भी अच्छी रहती है.
दूसरे उपाय में सूर्य को अर्घ्य देने के बाद दीपक दिखा कर उनकी पूजा करें. जिसके बाद पीले या लाल वस्त्र, माणिक्य, गेहूं, गुड़, तांबे का बर्तन और लाल चंदन जैसी चीजों का दान करें.
तीसरे उपाय में सूर्य दोष दूर करने के लिए रविवार को व्रत रखें. ऐसा करने से कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होती है.
चौथे उपाय की मानें तो सूर्य सभी ग्रहों का राजा माना गया है. यही वजह है कि सूर्य की पूजा सबसे पहले की जाती है. ऐसा करने से बाकी के गृह परेशानी नहीं करते हैं.
सूर्य के उपासक श्री राम से लेकर कर्ण तक रहे हैं. सही वजह है कि जो सूर्य की उपासना करता है उसके यहां हमेशा सुख और समृद्धि का वास बना रहता है. साथ ही उस व्यक्ति को समाज में मान सम्मान की भी प्राप्ति होती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)